गोडावण विलुप्ति की कगार पर
प्रकृति के साथ मानवीय संपर्क बढ़ाने वाले समस्त साधनों में पक्षी, एक विशेष भूमिका निभाते हैं।
ये हर स्थान पर पाए जाते हैं। ये शिकारी होने के साथ-साथ बीज बिखराव करके हमारे जीवन को सुगम बनाते हैं।
हाल ही में पक्षियों की लुप्त होती प्रजातियों पर आई एक रिपोर्ट ने चिंता की स्थिति उत्पन्न कर दी है।
विश्व रिपोर्ट में भारतीय पक्षियों की 67 प्रजातियों को खतरे की स्थिति में बताया गया था। इनमें 34 प्रजातियां और जुड़ गई हैं। इन्हें तुरन्त संरक्षण की आवश्यकता है। हालांकि कुछ प्रजातियां ऐसी भी हैं, जो वैश्विक स्तर पर कम हो रही हैं, लेकिन भारत में इनकी स्थिति अच्छी है।

शैलेन्द्र चौहान