चुटका परमाणु संयंत्र से,
नर्मदा और जबलपुर को भयंकर खतरा!
नर्मदा बचाओ आंदोलन से जुड़े, यूएन क्लाइमेट टेक्नोलॉजी एंड मेकेनिज़्म एडवाइज़री बोर्ड के सदस्य सौम्य दत्ता ने जबलपुर पहुंचकर ‘पत्रिका’ को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि मंडला जिले के चुटका ग्राम में स्थापित होने वाले परमाणु संयंत्र से आसपास के क्षेत्रों समेत नर्मदा और जबलपुर को भयंकर ख़तरा है।संयंत्र से निकलने वाले रेडियो धर्मी विकिरण व अन्य तत्वों के संपर्क से लोगों को कैंसर जैसी घातक बीमारी का सामना करना पड़ेगा।
लगातार संपर्क में रहने वाली महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है।डीएनए प्रभावित होगा, बच्चे विकलांग पैदा होंगे 1997में 6.5 रिक्टर पैमाने का भूकंप झेल चुका सोन, नर्मदा, ताप्ती फाल्ट जोन चुटका परमाणु संयंत्र के पास ही है इसलिए और भी बड़े बड़े भूकंपों के बार बार आने का ख़तरा भी बढ़ जाएगा।
हैरतअंगेज़ सवाल तो ये है कि देश में सरप्लस बिजली उत्पादन के बावजूद, बिजली बनाने के लिए चुटका जैसे10परमाणु संयंत्र पूरे देश में स्थापित करने की सरकार की देश विनाशक हठधर्मी के पीछे आखिर कौनसी पूंजीवादी राक्षसी ताकतें काम कर रही हैं?
पर्यावरण और जन धन हानि देश के कर्णधारों की चिंता का सबब क्यों नहीं बन पा रहा है?परमाणु संयंत्रों की बजाय सौर ऊर्जा प्लांट जैसी पर्यावरण मित्र और सस्ती बिजली पैदा करने वाली योजनाओं को प्राथमिकता क्यों
नहीं दी जा रही है?
बकौल दुष्यंत:
ग़ज़ब ये है कि अपनी मौत की आहट नहीं सुनते!
वो सबके सब परीशां हैं, वहाँ पर क्या हुआ होगा?
विनोद कोचर
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