स्वराज सत्याग्रह यात्रा: लोकतंत्र और चुनाव: प्रधानमंत्री का चुनावों में दखल
लोकसभा से लेकर पंचायती राज संस्थाओं के चुनाव तक भारत के प्रधानमंत्री अपना दखल दे रहे हैं यह भारत के इतिहास में पिछले 10 साल में ही हुआ!
हम प्रधानमंत्री के लिए भाषण तैयार कर रहा हूं जिसे हर नागरिक तक पहुंचना चाहिए और प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदर मोदी इसे अपने मीडिया मित्रों ( सारा मीडिया अब भाजपा संघ की स्तुति में लगा है बिका है खरीदा है) के माध्यम से जन जन तक पहुंचा भी रहा है जियो के साथ फेसबुक इत्यादि भी अब मेहरबान हैं! बड़ी आसानी से प्रधानमंत्री बिना किसी मेहनत के अपने प्रचार को वोटरों को लुभाने के लिए अंजाम दे सकते हैं!
” मेरे प्यारे देश वासियो! देश 1947 को आजाद हुआ और 2002 को गोधरा काण्ड के बाद मुसलमानों के नरसंहार के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर में मैने गुजरात को भारत के सभी राज्यों में एक विकास का मॉडल तैयार किया और 2014 के बाद ही देश में विकास की धारा वही!
2014 में डॉ. मनमोहन अनर्थ शास्त्री (उनकी भाषा) ने हमें बहुत ही अविकसित भारत सौंपा जब देश 8 प्रतिशत की विकास दर से आगे बढ़ रहा था!
महंगाई चर्म पर थी सब तरफ भ्रष्टाचार का बोलबाला था कोल स्कैम स्पेक्ट्रम घोटाला ओलंपिक खेल घोटाला यानी कांग्रेस तो घोटालों की जननी रही है और डॉ. मनमोहन सिंह तो निर्णय भी नहीं ले पाते थे केवल इशारे पर ही सरकार चलाते थे मौन बाबा थे और बाथरूम में रेन कोट पहन कर नहाते थे!
फिर भी वैश्विक मंदी होते हुए आर्थिकी नहीं डूबी!
कर्मचारियों को सभी लाभ मिलते थे और रोजगार भी थोड़ा बहुत था!
हमने अन्ना हजारे की मेहरबानी से देश में कांग्रेस के विरुद्ध जबरदस्त लहर बनाई और 2014 में अपने पूंजीपति मित्रों के सहारे देश की जनता के साथ वायदे किए और चुनाव में बड़े बड़े स्क्रीन लगा कर जनता तक वायदे यानी महंगाई कम करेंगे पेट्रोल डीजल 35 रुपए लीटर तक बिकेगा!
हर आदमी सुखी होगा

भ्रष्टाचार को खत्म करेंगे

- काला धन विदेशों से लायेंगे हर नागरिक को 15 लाख देंगे इनकम टैक्स नहीं देना पड़ेगा
- हर साल दो करोड़ युवाओं को नौकरियां देंगे
- आंतकवाद को खत्म करेंगे पाकिस्तान को अपनी जगह बताएंगे!
- यानी आंतरिक और बाहरी सुरक्षा सुनिश्चित होगी हर नागरिक सुरक्षित होगा
- विदेश नीति में भी देश को अबल बनाएंगे!
- देश विकसित होगा !
जनता हमारे झांसे में आ गई और हम भारत के प्रधानमंत्री बने लोकसभा पहुंचे दरवाजे पर शीश नवाजा और फिर अपने काम में लग गए
अब देखो हमने 18 18 घंटे काम कर है दिन 5 5 ड्रेस बना कर नाना प्रकार के रूप धारण कर देश की जनता को अपने करतब दिखा कर आपके दुख दरिद्र दूर किए
पहले नोट बंदी की और घंटों आप लोगों को अपने पैसे बैंको से निकालने के लिए लाइनों में खड़ा किया इस दिक्कत को दूर करने के लिए 50 दिन मांगे आपने आज तक प्रश्न नहीं किया!
कोशिश हुई की हर काम धंधा चौपट हो चंद भाजपा संघ के लोग मालामाल हों
फिर थोड़ी सी जनता संभली तो अफरा तफरी में GST लागू किया!
लोगों को समझ नहीं आया और देखते देखते साल गुजर गया! फिर व्यवसायियों को समझ आई और पुराने चोर तरीके शुरू हुए अब जनता टैक्स दे रही है बिजनेस मित्रों के साथ सरकार के पास भी रिकॉर्ड धन इकट्ठा हो रहा है पर छोटे व्यापारी कारोबारी जरूर खत्म हुए!
थोड़ी सी जनता संभली तो फिर कोरोना महाराज पहुंच गए हम अहमदाबाद में ट्रंप की आवोभगत में लीन रहे कुछ वो भी कोरोना लाए कुछ हमारे वुहान से नागरिक भी ले आए फिर विदेश में नौकरी धंधा करने वाले भी हमारी मेहरबानी से देश लौटे क्योंकि वे रसूखदार थे हमारे बेइमान व्यवस्था चरित्र ही ऐसा है
पर हमने कोशिश की कि गरीब असहाय लोग जरूर यहां हैं वहां रहें चाहे बिना किसी सुविधा के वैसे भी हमने सबको घर बंद किया ताकि कोरोना उनके माध्यम से रसूख दारों तक न पहुंचे लोगों से ताली बजवाई दरवाजों पर तेल की दीप जलवाए ताकी कोरोना भाग जाए जा फिर आए न!
इस बीच हमारी मेहरबानी से वेक्सिन बनी और विशेष कंपनी को मदद करने के लिए पूरे देश को धोखे से वक्सिन लगवा भी दी!
प्रधानमंत्री फंड भी बनाया ताकि हम अपनी मर्जी से दोस्तों और अपनी सरकारों या चाटुकारों की मदद कर सकें और
इसकी गोपनीयता भी रखी ताकि आमजन प्रश्न न कर सके क्योंकि अनोखा लोकतंत्र है जिसमें आमजन को सत्ता क्या कर रही है इसका इल्म न हो और कोई क्यों जाने हमें तो लोगों ने अपने सारे अधिकार दे दिए हैं हम शान शाह जो ठहरे वैसे भी आप हर हर मोदी हर घर मोदी कहते भी हैं
हमारी ढीठता होते हुए भी कोरोना का असर कम हुआ पर डर बनाए रखे हुए हैं
हमने 2019 का चुनाव पाकिस्तान और पुलवामा के सहारे बड़े मार्जिन से जीत लिया तो फिर हमें तो लाइसेंस मिल गया कि अब जो चाहें करें! थोड़ा बहुत पैसे के बल राज्यों की विपक्ष की सरकारें गिरा कर अपनी हकूमत की शक्ति बढ़ाई राज्य सभा में अपना बहुमत बनाया और फिर मनमाने कानून भी बनवाए!
ये तो किसान नेताओं ने हमारे किए कराए पर पानी फेरा नहीं तो गरीब किसानों की जमीन भी अडानी के सुपर्द हो जाती फिर सारा तंत्र ही हमारी मुट्ठी में होता और हम आपको 5 किलो अनाज पर निर्भर रखते ताकि आप केवल ऐसे तैसे जिंदा रहें और मोदी मोदी के गुण गाते रहे वैसे भी संघ तो पिछले 100 साल से इसी मौके की तलाश में था और भला हो अन्ना हजारे का और हमारी जनता का कि बगले की आस पूरी हुई!

5 राज्यों के चुनाव अब जीतने हैं अडानी अंबानी के पास पैसा बहुत है और फिर ED भी है फिर चुनाव आयोग भी हमारा यानी भाजपा संघ का ही दफ्तर है सारा तंत्र ही लगा हुआ है गोदी मीडिया तो अपना है
2024 लोकसभा चुनाव हमारे लिए बड़ी चुनौती है इंडिया गठबंधन में दरारें पड़ रही हैं हमारा ED भी सक्रिय है अखलेश यादव मायावती फिर नतीश ममता शरद पवार सभी प्रधानमंत्री बनना चाहते हैं इन्हें आपस में मिलने नहीं देना है
फिर परिवार वाद का नारा तो है ही वैसे भी राम मंदिर बना लिया है एक लोकसभा चुनाव के लिए भारत वासियों को लुभाने के लिए काफी है
वैसे भी सनातन खतरे में है लोगों को इसका डर है ही और भाजपा संघ तो so called हिंदुओं के हितैषी बनते भी हैं और हमारे IT cell और संघ के लोग लोगों को गुमराह करना जानते ही हैं इसलिए हम संविधान को बदल कर रहेंगे! फिर हम अपने हिसाब से जनता की सेवा करेंगे!
वैसे भी हम अगले 5 वर्ष लोगों को 5 किलो प्रति व्यक्ति प्रति माह अनाज देंगे ही और प्रचार भी करते रहेंगे!
सबका साथ सबका विकास और विश्वास तो है ही पर हम अडानी अंबानी का भी ख्याल रखेंगे!
विपक्ष रेबडियां बांटता है और हम ख्याली पुलाव!
मध्यप्रदेश में शिव राज चौहान छत्तीसगढ़ में रमन राजस्थान में वसुंधरा को तो मजबूरी में उतारा है वहां तो लोग हमें ही चुनेंगे ऐसा मानना है।
जारी है..
डॉ. अशोक कुमार सोमल
स्वराज सत्याग्रही
पर्यावरण प्राकृतिक खेती एवम विश्व शांति प्रेमी
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