Tag: गांधी और आंबेडकर
अम्बेडकर का स्वप्न ही भावी भारत का स्वप्न है
आधुनिक भारत का इतिहास गांधी और आंबेडकर की वैचारिक टकराहटों का इतिहास है। इन वैचारिक टकराहटों के समुद्र मंथन से जो अमृत निकला वह...
गांधी और आंबेडकर : विवाद, संवाद और समन्वय – दसवीं व...
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
गांधी और आंबेडकर के टकरावों और समन्वय के बाद भारतीय समाज में आए परिवर्तन पर आज भी बहस चल रही...
गांधी और आंबेडकर : विवाद, संवाद और समन्वय – नौवीं किस्त
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
गांधीजी डा आंबेडकर से सतत संवाद चाहते थे और उन्हें अपने नेतृत्व में सक्रिय करना चाहते थे। पर ऐसा गांधीजी...
गांधी और आंबेडकर : विवाद, संवाद और समन्वय – सातवीं किस्त
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
दरअसल डा आंबेडकर कांग्रेस, अंग्रेज सरकार, हिंदूवादी संगठनों और मुस्लिम लीग के साथ प्रतिस्पर्धा करते हुए अस्पृश्य वर्ग के लिए...
गांधी और आंबेडकर : विवाद, संवाद और समन्वय : पाँचवीं किस्त
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
डा आंबेडकर ने गांधी के वर्णाश्रम धर्म की खिल्ली उड़ाते हुए लिखा, “मुझे दोष न दिया जाए अगर मैं प्रश्न...
गांधी और आंबेडकर : विवाद, संवाद और समन्वय – तीसरी किस्त
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
गांधी येरवदा जेल में बंद थे और सरदार पटेल और नारायण देसाई के साथ यह कयास लगा रहे थे कि...
गांधी और आंबेडकर : विवाद, संवाद और समन्वय – दूसरी...
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
महात्मा गांधी और डा आंबेडकर के बीच दूसरा टकराव गोलमेज सम्मेलन के दौरान लंदन में हुआ। आंबेडकर लंदन 29अगस्त को...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 57वीं किस्त
गांधीजी सनातनी हिंदुओं के खिलाफ विद्रोह करने के लिए तो तैयार थे, लेकिन डॉ. आंबेडकर के सारे विचार उन्हें मान्य नहीं थे। मसलन...