हलचल
नफ़रत छोड़ो, संविधान बचाओ अभियान : आज जंतर मंतर पर संकल्प...
26 जनवरी को पलवल से शुरू हुई पदयात्रा रविवार को गोकुलपुरी पहुंची
पदयात्रा में 15 राज्यों के 125 जन आंदोलनकारी शामिल हुए
30 जनवरी को शहादत...
विचार
गांधी की वसीयत के वारिस
— अरुण तिवारी —
हम वर्ष 2023 में हैं जो गांधी का 155वां ‘जयंती वर्ष’ भी है और 75वां ‘पुण्यतिथि वर्ष’ भी। हालांकि गांधी का वसीयतनामा लंदन से सटे शहर लडलो के रेसकोर्स में...
तुलसी के लिए चाहिए मोती कूड़ा विवेक
— अरुण कुमार त्रिपाठी —
तुलसी को पढ़ें या न पढ़ें? पढ़ें तो कैसे पढ़ें? तुलसी नफरत फैलाने वाले कवि हैं या समाज को हौसला...
वीडियो
गांधीजी की तीन सीख
— सुज्ञान मोदी —
अपना जीवन सात्विक बनाएँ
गांधीजी अपने जीवन में इतने बड़े-बड़े कार्य कर पाए। इसका कारण था कि उनका जीवन अत्यंत सात्विक था।...
अन्य स्तम्भ
मौत का आभास था उन्हें
— अरविन्द मोहन —
गांधी क्या चाहते थे, कैसे रहते थे यह बात भी जगजाहिर है। उसके लिए उन्होंने जीवन लगाया, अपना भी, अपने परिवार...
संवाद
अन्य लेख पढ़ें
नागरिक स्वाधीनता क्या है – राममनोहर लोहिया : दूसरी किस्त
(लोहिया ने 1936 में नागरिक स्वाधीनता से संबंधित दो लेख लिखे थे- एक, ‘नागरिक स्वाधीनता क्या है’, और दूसरा, ‘भारत में नागरिक स्वाधीनता की अवस्था’ शीर्षक से।...
फासीवाद और साम्प्रदायिकता के खिलाफ कल से सांस्कृतिक अभियान
29 जनवरी। देश के 500 सौ से अधिक लेखकों और बुद्धिजीवियों द्वारा कल राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 74वीं शहादत पर अखिल भारतीय सांस्कृतिक प्रतिरोध...
सुंदरबन में पर्यावरण संरक्षण को ताक पर रखकर बन रहे रिसॉर्ट, एनजीटी नाराज
28 दिसंबर। पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन के मामले में अतिसंवेदनशील पश्चिम बंगाल के सुंदरवन क्षेत्र में निजी कंपनी द्वारा विकसित किये जा रहे अमलामेथी...
India’s Tryst with Destiny
— Udaya Dandvate —
August 15th, 2022 is India’s 75th Independence day. I wrote this short article as a set of personal musings about what...
साप्ताहिकी
गांधी की लोकसेवी पत्रकारिता
— प्रसून लतांत —
पत्रकारिता पहले मूलतः कोई स्वतंत्र व्यवस्था नहीं थी, जैसी वह आज है। 17वीं और 18वीं शताब्दी की पत्रकारिता (जो खास तौर...
हिन्दी भाषा व साहित्य के विश्लेषण के नए आधार
— आलोक रंजन —
भारत जैसे बहुभाषी देश में अस्मितावादी राजनीति के हवाले से भाषा के सवाल तो उठते रहते हैं लेकिन उसकी सैद्धान्तिक समझ...