Tag: ब्रज श्रीवास्तव की कविताएँ
ब्रज श्रीवास्तव की पॉंच कविताएँ
1. एक बटन दबाएगा
जहाँ जहाँ स्वार्थी
मनुष्य रह रहा होगा
हो जाएंगे सूराख ही सूराख
धरती के बदन में
निर्जला व्रत करने वाली दादी
से नहीं सीखेगा
पानी का सम्मान...