Tag: Ajneya
अज्ञेय : स्मृति की परतें
— प्रयाग शुक्ल —
कुछ कृतियाँ ऐसी होती हैं जिन्हें पढ़ने के साथ ही आपको एक नयेपन का बोध होता है। स्वयं जीवन को भी...
मनोहर श्याम जोशी : एक दुर्लभ व्यक्तित्व
— प्रयाग शुक्ल —
लखनऊ से प्रकाशित होने वाली पत्रिका ‘कथाक्रम’ के लिए मनोहर श्याम जोशी से मुझे एक लंबा साक्षात्कार करना था। और इसकी याद दिलाने...
अज्ञेय की कविता
उड़ चल, हारिल
उड़ चल, हारिल, लिये हाथ में यही अकेला ओछा तिनका।
ऊषा जाग उठी प्राची में – कैसी बाट, भरोसा किनका!
शक्ति रहे तेरे हाथों...