Tag: Alok Ranjan
कहानी में छुपी ज़िंदगियाँ: एक समकालीन कथा-संग्रह की समीक्षा
— हिमांशु जोशी —
संवेदना, संघर्ष और पहचान की तलाश से बुनी कहानियाँ
आज जब साहित्य में शहरी जीवन, जटिल संबंध और सामाजिक विडंबनाएँ केंद्रीय विषय...
हिन्दी भाषा व साहित्य के विश्लेषण के नए आधार
— आलोक रंजन —
भारत जैसे बहुभाषी देश में अस्मितावादी राजनीति के हवाले से भाषा के सवाल तो उठते रहते हैं लेकिन उसकी सैद्धान्तिक समझ...