Tag: Harivansh Roy Bachchan
हरिवंशराय बच्चन की कविता
तुम बड़ा उसे आदर दिखलाने आए
तुम बड़ा उसे आदर दिखलाने आए
चंदन, कपूर की चिता रचाने आए,
सोचा, किस महारथी की अरथी आती,
सोचा, उसने किस रण...
हरिवंश राय बच्चन की कविता
सत्य की हत्या
आज सत्य
असह्य इतना हो गया है
कान में सीसा गला
ढलवा सकेंगे,
सत्य सुनने को नहीं तैयार होंगे;
आँख पर पट्टी बँधा लेंगे,
निकलवा भी सकेंगे,
रहेंगे अंधे...