Tag: Hindi personal essay
उठाओ माथ गर्वीला
— अंकेश मद्धेशिया —
उमाकांत मालवीय जी की ख्याति नवगीतकार, कवि एवं ललित निबंधकार के रूप में है। कुछ महीनों पहले मुझे उनके कथाकार से भी...
बताओ एंटीगोनी
— संजय गौतम —
एंटीगोनी!
जब से तुमसे परिचय हुआ है, मेरी स्मृति में अटक गई हो। उथल-पुथल मचा रही हो। किसी चित्र की तरह खिंच...