Tag: Jayaprakash Narayan
क्या था जेपी का अंतिम सन्देश – आनन्द कुमार
भारत को ब्रिटिश राज से लेकर इंदिरा गांधी के इमरजेंसी राज से मुक्ति में अग्रणी भूमिका के लिए सतत प्रेरणा-स्रोत रहे जयप्रकाश नारायण जीवन...
इमरजेंसी ने एक महान अवसर का गला घोंट दिया – आनंद...
(दूसरी किस्त)
सम्पूर्ण क्रांति आन्दोलन को असफल करने के लिए राजसत्ता की तरफ से की गयी व्यूह-रचना में आचार्य विनाबा भावे की प्रतिष्ठा को दाँव...
जेपी और आरएसएस के रिश्तों के तीन चेहरे – आनंद कुमार
(दूसरी किस्त)
जयप्रकाश नारायण के सम्पूर्ण लेखन, लिखित भाषणों और बयानों को दस खण्डों में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रो बिमल प्रसाद ने सम्पादित किया...
बिहार आन्दोलन, विद्यार्थी परिषद, जनसंघ और जेपी – आनन्द कुमार
यह स्वीकार करना चाहिए कि जेपी के सार्वजनिक जीवन में तीन विवादग्रस्त निर्णय रहे हैं – (1) 1954 में समाजवादी दल से अलग होकर...
देश-दुनिया में स्वतंत्रता के प्रेरणा-स्रोत – आनंद कुमार
(दूसरी किस्त)
लोकहितकारी लोकतंत्र की रचना का आवाहन
अंतत: कांग्रेस, कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी, सोशलिस्ट पार्टी और प्रजा सोशलिस्ट पार्टी जैसे महत्त्वपूर्ण दलों को अपने जीवन के...
जयप्रकाश नारायण का नायकत्व – आनंद कुमार
मैं तुम लोगों से इतना दूर हूँ
तुम्हारी प्रेरणाओं से मेरी प्रेरणा इतनी भिन्न है
कि जो तुम्हारे लिए विष है, मेरे लिए अन्न है...
फिर भी...
युवाओं के प्रेरणा-पुरुष जयप्रकाश – चौथी व अंतिम किस्त
— सच्चिदानंद सिन्हा —
जेपी के चरित्र की यह विशेषता थी कि वह अपनी पुरानी मान्यताओं से चिपके नहीं रहते थे। उन्हें यह लगने लगा...