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ठाकुर प्रसाद सिंह की कविता
चिड़ियाघर
चिड़ियाघर देखकर लौट जाना
आनंददायक हो सकता है।
पर वहां रहने के लिए जाना –
क्या बताऊं, कैसा लगता है?
पहले मैं अकसर वहां जाता था
वहां मैं शेरों...