9 अप्रैल। सयुंक्त किसान मोर्चा ने आंदोलन के 134 वें दिन आन्दोलन की अगली रणनीति के संबंध में कई घोषणाएं कीं। मोर्चा की ओर से जारी विज्ञप्ति के मुताबिक आनेवाले कुछ दिनों में आंदोलन को और तेज करने के लिए कई बड़े कदम उठाए जाएंगे।
सरकार को चेतावनी के तौर पर 10 अप्रैल को सुबह 8 बजे से लेकर 11 अप्रैल सुबह 8 बजे तक KMP-KGP हाईवे को जाम किया जाएगा।
– दिल्ली के बोर्डर्स पर 13 अप्रैल को खालसा पंथ का स्थापना दिवस मनाया जाएगा और साथ ही जलियांवाला बाग हत्याकांड की बरसी पर शहीदों के सम्मान में कार्यक्रम होंगे।
– बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती 14 अप्रैल को ‘संविधान बचाओ दिवस’ और ‘किसान बहुजन एकता दिवस’ मनाया जाएगा। इस दिन सयुंक्त किसान मोर्चा के सभी मंचों का संचालन बहुजन समाज के आंदोलनकारी करेंगे और सभी वक्ता भी बहुजन समाज के ही होंगे।
– नफरत एवं बांटो और राज करो की मंशा से भाजपा के नेता किसानों तथा मजदूरों को आपस में दुश्मन के तौर पर पेश करते हुए हरियाणा में उन्हें लड़ाने की कोशिश कर सकते है। मोर्चा ने सभी दलित-बहुजन व किसानों से अपील की है कि शांति कायम रखते हुए इन ताकतों का विरोध करें।
– मोर्चा ने कहा है कि इस दिन कैथल में हरियाणा के किसान विरोधी उपमुख्यमंत्री ने जानबूझकर एक कार्यक्रम रखा है। इसलिए मोर्चा ने किसानों व दलित-बहुजनों से अपील की है कि शांति बनाए रखते हुए ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर इस कार्यक्रम को रद्द करवाएं।
– मोर्चा ने कहा है कि इस आंदोलन में स्थानीय लोगो की भागीदारी और उनके समर्पण का सम्मान करते हुए 18 अप्रैल को सभी मोर्चों पर आसपास के लोगों का सम्मान किया जाएगा व उस दिन मंच संचालन का जिम्मेदारी भी स्थानीय लोगों को दी जाएगी।
– धन्ना भगत की जयंती पर 20 अप्रैल को उनके गांव धोआ कलां से दिल्ली की सीमाओं पर मिट्टी लाई जाएगी व उनकी याद में टिकरी बॉर्डर पर कार्यक्रम होंगे।
– 24 अप्रैल को इस मोर्चे के 150 दिन होने पर एक हफ्ते के विशेष कार्यक्रम होंगे जिनमें किसानों-मजदूरों के साथ-साथ कर्मचारी, विद्यार्थी, नौजवान, कारोबारी और अन्य संगठनों को दिल्ली मोर्चा में शामिल होने का आह्वान किया जाएगा।
– अप्रैल के आखिरी सप्ताह में देशभर में किसान आंदोलन को समर्थन देनेवाले संगठनों का सम्मेलन किया जाएगा जिसमें इस आंदोलन को पूरे देश के पैमाने पर तेज करने की योजना बनाई जाएगी।
– संसद मार्च की निर्धारित तारीख का मोर्चे की अगली बैठक में ऐलान कर दिया जाएगा।