हलचल
न्याय के दीप जलाएं सत्याग्रह की घोषणा
सर्व सेवा संघ राजघाट परिसर के पुनर्निर्माण के संकल्प के साथ चल रहे सत्याग्रह की पूर्णाहुति के अवसर पर यह घोषणा की जाती है...
विचार
अमित शाह का अंबेडकर पर हमला
— डॉ. बीएन सिंह —
अमित शाह ने संसद में बोला, "आजकल फैशन हो गया है, कुछ लोग अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर अंबेडकर... अगर इतनी...
सावरकर के ‘हिंदुत्व’ को डॉक्टर अम्बेडकर ने सिर्फ असंगत नहीं, देश...
— उर्मिलेश —
संसद के शीतकालीन सत्र में ‘संविधान के 75 वर्ष’ के गौरवशाली मौके पर लोकसभा में दो दिनों की बहुत जीवंत बहस हुई।...
वीडियो
यह ऐसा निजाम है
— राजेंद्र राजन —
वे तुम्हारे खेतों में
अपने मुनाफे की फसल उगाना चाहते हैं
वे तुम्हारी मेहनत को लूटना चाहते हैं
वे तुम्हारे हाथों को बंधक बनाना...
अन्य स्तम्भ
मेरे लिए एक कदम काफी है – राममनोहर लोहिया
साधन अल्पकालीन साध्य है और साध्य दीर्घकालीन साधन। लक्ष्य की पूर्ति के साधन लिए जो भी तरीके अपनाएँ जाएँ वे दूरगामी रूप में साध्य...
संवाद
संंघ पर जेपी की राय
आज जेपी यानी लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती है। १९७४ के आंदोलन में उन्होंने सभी कांग्रेस विरोधी दलों को संपूर्ण क्रांति के लिए अपने...
अन्य लेख पढ़ें
क्या आप यकीन करेंगे?
— प्रोफेसर राजकुमार जैन —
जहां कनॉट प्लेस तथा संसद मार्ग आबाद है वहां लगभग 100 साल पहले तक माधवगंज, जयसिंहपुरा और राजा बाजार नाम...
पूर्वी उप्र के कई जिलों में मानवाधिकार कार्यकर्ताओं पर एनआईए ने की छापेमारी
— विजय विनीत —
6 सितंबर। एनआईए ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्र संगठन भगतसिंह स्टूडेंट्स मोर्चा (बीसीएम) के दफ़्तर समेत पूर्वांचल के प्रयागराज, चंदौली,...
भारत जोड़ो यात्रा ने एक हजार किमी की यात्रा पूरी की, अभी ढाई हजार...
15 अक्टूबर। भारत जोड़ो यात्रा का उनतालीसवां दिन सुबह 6:30 बजे हलकुंडी मठ, बल्लारी से शुरू हुआ। शनिवार को भारत जोड़ो यात्रा ने कन्याकुमारी...
Madhu Limaye : An Inspiring, Committed Socialist
— George Mathew —
I have wonderful memories of my association with Madhu Limaye Ji, the best known among the second generation leaders of the...
साप्ताहिकी
हे साबरमती के संत, आपकी प्रार्थना के स्वर दुहरा रहा हूं!
— गोरख पाण्डेय —
हे साबरमती के संत, आपकी प्रार्थना के स्वर दुहरा रहा हूं: " हम सबको सन्मति तो दे ही, साहस भी दे...
नागपाश में बॅंधा संसार
— ध्रुव शुक्ल —
किसी दूर देश की प्रयोगशाला में
कल्पना की गयी है संहार की
रची गयी है अकाल मृत्यु
कर रहा सबको अकेला
कोई असाध्य रोग
क़ैद कर...