4 जून। झारखंड के झरिया में ‘ग्रीन लाइफ’ व ‘यूथ कांसेप्ट संस्था के संयुक्त तत्वावधान में विश्व पर्यावरण दिवस की पूर्व संध्या पर ‘प्रदूषण और हम लोग’ विषय पर पर्यावरण जागरूकता झांकी निकाली गई। झांकी में झरिया को व्हीलचेयर पर दिखाया गया था। एक बच्चा पीठ पर ऑक्सीजन बैग लिये मास्क लगाए चल रहा था, तो कुछ बच्चे पेड़-पौधे की शक्ल में थे। सेरेब्रल पाल्सी से ग्रसित दिव्यांग बच्ची पम्मी कुमारी हाथ में तख्ती लिये संदेश दे रही थी, जिस पर लिखा था, “प्रदूषण के खिलाफ बोलिए.. अंकल ! नहीं तो आपके बच्चे भी मेरी तरह विकलांग हो सकते हैं।”
ग्रीन लाइफ के संयोजक डॉ. मनोज सिंह ने मीडिया के हवाले से बताया, कि झरिया में प्रदूषण के कारण पर्यावरण की हत्या हो रही है। धूलकणों की वर्षा होती है। यहाँ रहने वाले लोग प्रदूषण जनित बीमारियों के कारण दम तोड़ रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि प्रदूषण का दुष्प्रभाव गर्भ में पल रहे बच्चों पर भी पड़ रहा है, और बच्चे दिव्यांग पैदा हो रहे हैं। वहीं यूथ कांसेप्ट के संयोजक अखलाक अहमद ने कहा, कि कोयलांचल के लोगों को प्रदूषण का एहसास है, मगर लोग समझ नहीं पा रहे हैं कि प्रदूषण हमारी जिंदगी को कैसे दुर्लभ बना रहा है। हर व्यक्ति अपनी उम्र से 10 वर्ष कम जी रहा है। प्रदूषण से गंभीर बीमारियां हो रही हैं। आसमान से धूल की वर्षा हो रही है। जिम्मेवार देखकर भी मौन हैं। प्रशासन व बीसीसीएल की मिलीभगत से झरिया के लोगों को परेशान किया जा रहा है।
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