29 जून। पिछले दिनों बिहार में शिक्षक भर्ती के लिए जारी की गई मेरिट लिस्ट में अनियमितताओं को लेकर एसटेट पास युवा पटना की सड़कों पर विरोध कर रहे थे। आज सरकार ने अपनी अक्षमता छुपाने के लिए लाठीचार्ज किया। यूथ फॉर स्वराज ने इसकी कड़ी निन्दा की है।
यूथ फॉर स्वराज की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि शिक्षक अभ्यर्थी STET 2019 के परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी की आशंका जाहिर कर रहे हैं। आंदोलन करना उनका अधिकार है। सरकार के आदेश पर हुए लाठीचार्ज में काफी अभ्यर्थी घायल हुए हैं यह सरकार की कायरता और नाकामयाबी को दर्शाता है, सरकार लाठी के बल पर अभ्यर्थियों के आंदोलन को कुचलने की कोशिश कर रही है, रिजल्ट में हुई धांधली पर पर्दा डालने की कोशिश कर रही है।
यूथ फॉर स्वराज एम्प्लॉयमेंट फ्रंट के संयोजक अंकित त्यागी ने कहा, “बिहार सरकार बेशर्मी की हदें पार कर चुकी है। सबसे पहले सरकार भर्ती प्रक्रिया को लटकाती है, संघर्ष के दबाव में परिणाम घोषित कर भी दे तो पारदर्शिता गायब, अनियमितता से सम्बन्धित आशंकाओं पर शिक्षा मंत्री गोलमोल जवाब देते हैं और सत्तारूढ़ दल रोज रोज क्रेडिट लेने की होड़ में भी लगा रहता है। युवा आंदोलन करते हैं तो समाधान मिलने के बजाए उनके ऊपर लाठी डंडे बरसाए जाते हैं।”
यूथ फॉर स्वराज के जेनरल सेक्रेटरी अमित कुमार ने कहा, “सरकार बल प्रयोग से युवाओं को दबाना चाहती है पर वह शायद इतिहास भूल जाती है कि युवाओं की आवाज दबाई नहीं जा सकती।यूथ फॉर स्वराज मांग करता है कि मुखमंत्री नीतीश कुमार तुरंत अभ्यर्थियों से माफी मांगें और अभ्यर्थियों की मांग के अनुसार परीक्षा परिणाम की जांच कराएं।
– मीडिया टीम, यूथ फॉर स्वराज/9429425810