31 अगस्त। इंदौर, नीमच, उज्जैन, हाटपिपलिया, महिदपुर, रीवा, सतना आदि में हो रही मॉब लिचिंग की घटनाओं पर सोशलिस्ट पार्टी इंडिया की मध्यप्रदेश इकाई ने रोष जाहिर करते हुए कहा है कि मध्यप्रदेश में शिवराज सिंह के नेतृत्व में जंगलराज चल रहा है। सरकार की कानून व्यवस्था से पकड़ छूट गई है तथा माफिया और गुंडों को सरकार का संरक्षण है। इसी के चलते अफसरशाही भी ऐसे तत्वों पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है। इंदौर सहित पूरे प्रदेश में मॉब लिचिंग की घटनाओं को अंजाम देनेवाले लोगों को सरकार का संरक्षण है और वे सत्तादल से जुड़े हुए भी हैं, ऐसे में लोगों का सरकार से भरोसा उठ रहा है । पार्टी ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह से तत्काल इस्तीफा देने की मांग की है।
सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष रामस्वरूप मंत्री ने पार्टी की ओर से मंगलवार को जारी एक बयान में कहा कि इंदौर में चूडी वाले, देवास के हाटपिपलिया में फेरी लगाकर जीरा बेचने वाले, महिदपुर में कबाड़ी के साथ मारपीट की घटनाएं प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवालिया निशान हैं। ऐसे में गृहमंत्री का अपराधियों के बचाव में बयान देना भी चिंता जताता है। सोशलिस्ट पार्टी इंडिया ने सभी घटनाओं की न्यायिक जांच कराने और कानून व्यवस्था की बदहाली के लिए प्रदेश के गृहमंत्री और मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराते हुए इस्तीफे की मांग की है ।
रामस्वरूप मंत्री ने कहा कि 6 से 8 महीने पहले इंदौर, मंदसौर, उज्जैन में साम्प्रदायिक घटनाएं हुई थीं। सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइंस का पालन भी राज्य सरकार नहीं कर रही है और अल्पसंख्यकों, दलितों वह आदिवासियों पर लगातार दबंगों द्वारा हमले किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को बताना चाहिए कि कबाड़ी वाला, चूड़ी वाला या मुस्लिम होना अपराध है?
सोशलिस्ट पार्टी इंडिया के प्रदेश महामंत्री ने कहा कि संघ, बजरंग दल, भाजपा के लोग ऐसी घटनाओं के वीडियो बनाते हैं जिससे मुस्लिमों में दहशत फैला सकें। पार्टी ने मध्यप्रदेश में कानून व्यवस्था ध्वस्त होने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इन सभी घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए तथा जो वीडियो जारी किए जा रहे हैं उनकी भी फॉरेंसिक जांच कराकर ऐसे भड़काऊ वीडियो जारी करनेवालों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।