5 अक्टूबर। लखीमपुर हिंसा को किसानों को डराने के लिए आतंकवादी हमला (‘टेरर अटैक’) करार देते हुए एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने पत्रकार रमन कश्यप की मौत की अलग से, कोर्ट की निगरानी में, एसआईटी जांच कराने की मांग की है। गिल्ड ने कहा है कि कश्यप की मौत स्तब्ध कर देनेवाली घटना है। गिल्ड की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि रमन कश्यप टीवी पत्रकार थे और 3 अक्टूबर को, घटनास्थल पर, किसानों के विरोध प्रदर्शन की रिपोर्टिंग कर रहे थे। लेकिन वह भी आठ अन्य लोगों के साथ मारे गये। उनकी मौत किस तरह हुई यह फिलहाल पूरी तरह साफ नहीं है लेकिन एक खबर यह भी है कि वह गोली लगने से मारे गये।
एडिटर्स गिल्ड ने मांग की है कि रमन कश्यप की मौत किन परिस्थितियों में कैसे हुई इसकी जांच के लिए अलग से विशेष जांच टीम (एसआईटी) गठित की जाए और जांच कोर्ट की निगरानी में हो। गिल्ड ने लखीमपुर की घटना को लेकर मीडिया में आई भिन्न भिन्न खबरों पर चिंता जताते हुए कहा है कि अलग-अलग व्याख्याएं पेश करने के बजाय तथ्यों की रिपोर्टिंग की जानी चाहिए।