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  1. आज बस एक ही मुद्दा है

    आज गरीबी,राम मंदिर-मस्जिद का मुद्दा नहीं !
    बेरोज़गारी और महंगाई का भी मुद्दा नहीं !!
    हमारे शहीदों के शव में डाल कर चन्दन !
    आज का मुद्दा बन गया है बस अभिनन्दन !!

    जब सत्ता पे नहीं थे ये,तब उल्टा राग गाते थे !
    पेट्रोल का दाम क्यों बढ़ा,सदन में चिल्लाते थे !!
    जो आता है लंका में वो ही रावण बन जाता है !
    जनता बेवकूफ नहीं दोस्तों,सब समझ में आता है !!

    झूठ का सच और सच का झूठ,अपना मुहँ मियाँ मिट्ठू !
    कुछ लोग हैं इनका प्रवक्ता, जो इनके हैं पक्का टट्टू !!
    यही लोग आते हैं,जो रोज़ टीवी में डिबेट करते हैं !
    छप्पन इंच के फेंकू साहब,प्रेस कांफ्रेंस से डरते हैं !!

    शहीदों का चिता बुझा भी नहीं,पर वोट का हिसाब शुरू !
    प्रधान सेवक बन गए हमारे, सारे विश्व का फेंकूँ गुरु !!
    कभी किसीने सोचा न था,इस देश में ऐसे भी दिन आएंगे !
    वोट जनता से ले लिए ये कहकर,कि अच्छे दिन आएंगे !!

    चाय वाले चाय बना के दिखाओ, कहाँ है तुम्हारा केटली !
    भोपाल गैस कांड याद है, एंडरसन का वकील था जेटली !!
    कब तक फेंकते रहोगे,फेंकने का भी कोई सीमा होती है !
    याद रक्खो, हर एटीएम पर दो लाख का बीमा होता है !!

    मैंने ऐसा किया वैसा किया,पकिस्तान को धो डाला !
    तुमने क्या किया,जो करना है जवानों ने कर डाला !!
    आज तू-तू मैं-मैं बस इनका साज़ और आवाज़ है !
    सारे देश को पता चल चूका है,ये जुमलेबाज हैं !!

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