मानदेय बढ़ाने के केजरीवाल के ऐलान को आंगनवाड़ी कर्मियों ने बताया जुमला

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Anganwadi workers

27 फरवरी। दिल्ली में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बीते 25 से ज्यादा दिनों से मुख्यमंत्री आवास के पास हड़ताल पर हैं। आखिरकार उनकी मेहनत रंग लाई और दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने इस हड़ताल के आगे घुटने टेक दिये है। केजरीवाल सरकार ने दिल्ली की सभी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं के मासिक मानदेय और भत्ते बढ़ाने का ऐलान किया है। ऐसे में दिल्ली सरकार की तरफ से आंगनवाड़ी वर्कर की मानदेय 9678 रुपये से 12720 रुपये और हेल्पर के मानदेय 4839 रुपये से बढ़ाकर 6810 रुपये किया है। हालांकि आंगनवाडी कार्यकर्तायें अभी इससे नाखुश हैं और उन्होंने इसे सरकार का एक जुमला मात्र करार दिया।

केजरीवाल सरकार में समाज कल्याण, महिला एवं बाल विकास मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने पत्रकार वार्ता में बताया कि आंगनवाड़ी वर्कर्स और हेल्पर को सबसे अधिक मानदेय देने के मामले में दिल्ली इकलौता प्रदेश है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने बढ़ती महंगाई के चलते यह फैसला लिया है। गौरतलब है कि दिल्ली में अभी तक आंगनवाड़ी वर्कर का मानदेय 9,678 रुपए और हेल्पर का मानदेय 4,839 रुपए था।

मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने कार्यकर्ताओं और सहायकों से अपने काम पर लौटने की अपील की है। दिल्ली सरकार ने 2017 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का मानदेय 5,000 से बढ़ाकर 9,678 और आंगनवाड़ी सहायिकाओं का मानदेय 2,500 से बढ़ाकर 4,839 कर दिया। हालांकि केजरीवाल सरकार के इस फैसले के बाद भी प्रदर्शनकारी आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं ने अपनी हड़ताल समाप्त करने से इनकार कर दिया। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार ने वर्कर हेल्पर के वेतन में मामूली वृद्धि की है। यह इजाफा केजरीवाल सरकार का केवल एक जुमला मात्र है।

उन्होंने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि उनकी काम करने की स्थिति पर विचारकर उनकी मांगों को सुना जाए। कार्यकर्ताओं ने महीने के अंत तक इस मामले का हल नहीं होने पर बड़े विरोध की चेतावनी दी है। उनका कहना है कि जबतक सरकार उनकी सभी मांगों पर विचार नहीं करेगी तब तक यह हड़ताल जारी रहेगी। दिल्ली स्टेट आंगनवाड़ी वर्कर्स एंड हेल्पर यूनियन ने साफ कर दिया है कि सरकार ने जो मानदेय बढ़ाया है वह उससे नाखुश हैं। उनकी हड़ताल अनवरत रूप से जारी रहेगी।

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