1 मई। रविवार की सुबह आरआरबी एनटीपीसी आंदोलन में गिरफ्तार छात्रों के लिए राहत की सौगात लेकर आयी। रेलवे आंदोलन के दौरान समस्तीपुर जेल भेजे गए छात्र लगभग 90 दिन बाद रिहा हुए।
‘युवा हल्ला बोल’ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुपम ने ट्वीट के माध्यम से उक्त जानकारी दी। अनुपम ने आंदोलन की लीगल टीम की कड़ी मेहनत की सराहना करते हुए बधाई दी और ऐसे ही देश भर में चल रहे युवा आंदोलन के साथ मजबूती से खड़े रहने का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि देश भर में जहाँ कहीं भी युवाओं के साथ अन्याय होगा हमारी पूरी टीम चट्टान की तरह उनके साथ खड़ी रहेगी।
बताते चलें कि जनवरी के महीने में आरआरबी एनटीपीसी और ग्रुप डी के छात्र परिणाम में गड़बड़ी को लेकर सड़कों पर उतर आए थे। इसी प्रकरण में कई जगह छात्रों पर प्रशासन ने मुकदमे दायर कर दिए थे। इन मुकदमों में फंसे छात्रों, शिक्षकों को मुफ्त कानूनी मदद देने के लिए अधिवक्ता ऋषभ रंजन, एसएन वीरु, कुमार शानू के नेतृत्व में लीगल टीम लगातार प्रयास कर रही थी।
बातचीत में आंदोलन के राष्ट्रीय महासचिव प्रशांत कमल ने कहा कि इस पूरे आंदोलन में सरकार की भूमिका बेहद निराशाजनक रही है। एक तरफ सरकार के मंत्री ट्वीट करके छात्रों के साथ होने की बात करते रहे, पूरे पटना में सुशील मोदी जी ने खुद के ही अभिवादन का पोस्टर लगवा दिया, दूसरी तरफ कोर्ट में सरकारी वकील जमानत का विरोध करते रहे। यह सरकार के दोहरे चरित्र को दर्शाता है। लेकिन अब बेरोजगार युवा इन तिकड़मों को समझ रहा है और एकजुटता से हर अन्याय के खिलाफ लड़ने में एक दूसरे का साथ दे रहा है।