30 मई। केरल में त्रिवेंद्रम जिले के करुमकुलम पंचायत में, लाइफ मिशन परियोजना के लाभार्थियों की पहचान में व्यापक अनियमितता और भ्रष्टाचार के सबूत सामने आने के बाद, निष्पक्ष जांच और दोषियों को न्याय के कठघरे लाने की मांग को लेकर लोग आंदोलन में सड़कों पर उतर आए हैं।
स्वराज इंडिया के कार्यकर्ताओं ने पहले ही पंचायत सचिव और प्रशासन के समक्ष शिकायत दर्ज करायी थी कि पंचायत के 9वें वार्ड में लाइफ मिशन योजना के 17 आवेदकों ने जाली दस्तावेज बनाई और घरों की चोरी की है।
बाद की पूछताछ में पता चला कि 2014 में इस योजना के तहत आवंटित 24 घरों में से केवल 7 घरों का कानूनी रूप से निर्माण किया गया था, और शेष 17 को फर्जी दस्तावेज बनाकर लाभ से वंचित कर दिया गया था। पंचायत के सचिव ने पहले ही संबंधित 7 पक्षों को नोटिस जारी कर अनुचित तरीके से प्राप्त राशि के भुगतान की मांग की थी।
इस बीच, शिकायतें उठाई गई हैं कि जिनके पास जमीन नहीं है और वार्ड के स्थायी निवासी नहीं हैं, उन्होंने अनुचित तरीके से घर हासिल किए हैं। कहा गया है कि एक आवेदक के पास एक से अधिक घर हैं।
इसके बाद स्वराज इंडिया के कार्यकर्ताओं ने लाइफ मिशन योजना के तहत पंचायत में आवंटित सभी घरों और लाभार्थियों द्वारा उनके आवेदनों के साथ जमा किए गए दस्तावेजों की निष्पक्ष जांच की मांग की।
स्वराज इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष ग्लावियस एलेक्जेंडर ने कहा है कि भूमिहीन और बेघर गरीब लोगों के साथ विश्वासघात करनेवालों का पर्दाफाश करने के लिए जल्द ही एक मजबूत कानूनी और राजनीतिक अभियान शुरू किया जाएगा।