31 मई। राजस्थान में मनरेगा योजना में संविदा पर विभिन्न पदों पर काम कर कर्मचारियों के संगठन ने मंगलवार को जयपुर में शहीद स्मारक पर महापड़ाव डाल दिया। मौजूदा कर्मचारियों का कॉन्ट्रेक्ट खत्म करके उनकी जगह दूसरे कर्मचारियों को लगाने के विरोध में और नियमित करने की मांग को लेकर इन कर्मचारियों ने ये आंदोलन किया है।
महापड़ाव पर बैठे मनरेगा कार्मिक संघ राजस्थान से जुड़े पदाधिकारियों ने बताया, कि गहलोत सरकार ने अब उन्हें हटाने की तैयारी कर ली है। पूरे प्रदेश में करीब 9 हजार कर्मचारी संविदा पर काम रहे हैं जो लम्बे समय से नियमित करने की माँग को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। पिछले दिनों ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग ने एक पत्र जारी करते हुए सभी जिला कलेक्टर्स को इन आंदोलन कर रहे संविदा कर्मचारियों पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए। इसके तहत अब जो कर्मचारी आंदोलन कर रहे हैं, सरकार उन्हें हटाने की तैयारी कर रही है। इन कर्मचारियों का कॉन्ट्रेक्ट पूरी तरह खत्म करके उनकी जगह अब दूसरे लोगों को कॉन्ट्रेक्ट पर रखने की तैयारी की जा रही है।
आंदोलन कर रहे मनरेगा कार्मिक संघ के लोगों ने बताया कि कांग्रेस ने अपने जनघोषणा पत्र में कहा था कि संविदा कर्मचारी जो लम्बे समय से सरकारी डिपार्टमेंट में काम कर रहे उनको नियमित करेंगे या भर्तियों में उन्हें प्राथमिता देने की नीति लागू करेंगे। पंचायती राजस्थान में एलडीसी भर्ती में न तो हमें नियमित किया गया और न ही हमें प्राथमिकता दी गई। इसी माँग को लेकर हम पिछले कई दिनों से ब्लॉक स्तर पर आंदोलन और धरना प्रदर्शन कर रहे हैं।
प्रदर्शन कर रहे कर्मचारियों ने कहा कि सरकार उन लोगों को नौकरी से बाहर निकाल रही है, जो आंदोलन में शामिल हैं। सरकार अगर हमारी माँगों को नहीं मानती तो हम खुद अपने स्तर पर सामूहिक इस्तीफा देंने पर विचार कर रहे हैं। इसको लेकर पदाधिकारी चर्चा करने के बाद अंतिम निर्णय करेंगे।