8 जून। इंटरार्क कंपनी की गैरकानूनी तालाबंदी के खिलाफ इंटरार्क मजदूर संगठन के धरने के 298वें दिन रुद्रपुर, उधमसिंह नगर के श्रम भवन के सामने बाल पंचायत बैठाई गई। प्रदर्शन में इन्कलाबी मजदूर केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश भट्ट ने अपना समर्थन जताया और बच्चों को संबोधित किया। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने 30 मई को सिडकुल पंतनगर और किच्छा में इंटरार्क कंपनी प्रबंधन द्वारा की गई तालाबंदी को गैरकानूनी घोषित किया था। साथ ही कंपनी को यह आदेश दिया है कि वह इंटरार्क के सभी मजदूरों को सैलरी व अन्य लाभ का भुगतान करे।
गौरतलब है कि 298 दिनों से करीब 500 स्थायी मजदूर पुनः नियुक्ति की माँग करते हुए प्रदर्शन कर रहे हैं। इंटरार्क कंपनी प्रबंधन ने इन सभी मजदूरों को निलंबित कर फैक्ट्री को लॉकआउट कर दिया था। 1 अप्रैल को हाई कोर्ट ने इंटरार्क कंपनी सिडकुल पंतनगर की तालाबन्दी के विषय में कार्रवाई के सख्त आदेश दिए थे।
यूनियन की माँग है कि 1 अप्रैल के उक्त आदेश का पालन कर पंतनगर प्लांट की तालाबन्दी समाप्त की जाए। साथ ही मजदूरों की सवैतनिक कार्यबहाली की जाए और मजदूरों के बकाया वेतन का भी भुगतान किया जाए। यूनियन से जुड़े 40 मजदूरों को झूठे आरोप लगाकर निलंबित कर दिया गया था, उनकी तत्काल बहाली की जाए। बीते चार साल से मजदूरों की वेतन वृद्धि में बढ़ोत्तरी नहीं की गई है। लेबर कोर्ट के तमाम आदेश के बावजूद कंपनी प्रबंधन ने वेतन समझौते के लिए कोई बैठक नहीं बुलाई।
(Workers Unity से साभार)