29 जून। केंद्र सरकार द्वारा लायी गई नई सेना भर्ती ‘अग्निपथ योजना’ और देश में बढ़ती बेरोजगारी के खिलाफ बुधवार को संयुक्त छात्र-युवा मोर्चा ने पटना विश्वविद्यालय से विधानसभा मार्च निकाला। इस मार्च में एआईएसएफ, एआईवाईएफ, एसएफआई, डीवाईएफआई, एआईडीएसओ, एआईडीवाईओ, ‘दिशा’, वाईफोरएस, एनएसयूआई, बीएससी वाईएस, एसआरएस, बीकेबी, एआईएसबी, एआईवाईएल, एआईएसयू, जेएसीपी, बीसीवाईईएम और अन्य संगठन शामिल हुए।
तेज बारिश के बीच हजारों की संख्या में छात्र 12:30 बजे पटना विश्वविद्यालय से निकले। छात्र “इंकलाब जिंदाबाद”, “अग्निपथ योजना वापस लो”, “गिरफ्तार छात्रों को रिहा करो”, “सभी सरकारी पदों पर भर्ती करो”, जैसे नारे लगाते हुए जेपी गोलंबर तक पहुंचे, जहां प्रशासन ने नोक झोंक हुई। विश्वजीत कुमार, सत्येंद्र यादव, मनोज चंद्रवंशी, सूर्यकांत पासवान, नरेश, मुकुल राज, राकेश कुमार, दीपक वर्मा समेत 17 लोगों ने गिरफ्तारी दी।
छात्रों ने कहा कि विधानसभा में अपने प्रतिनिधियों तक बात पहुंचना उनका हक है, और बिहार सरकार से मांग की कि अग्निपथ योजना के खिलाफ विधानसभा से प्रस्ताव पारित करें। छात्रों ने सभी गिरफ्तार छात्रों की रिहाई और उनपर चल रहे मुकदमों की वापसी की भी मांग की। छात्रों ने केंद्र सरकार को चेतावनी दी की यदि अग्निपथ योजना वापस नहीं ली जाती तो इसके खिलाफ पूरे बिहार में विरोध प्रदर्शन होगा। छात्रों ने बेरोजगारी के मुद्दे पर एक जन-आंदोलन शुरू करने की भी बात कही।
इस कार्यक्रम का नेतृत्व पुष्पेंद्र शुक्ला, विश्वजीत कुमार, मनोज चंद्रवंशी, रजनीश कुमार, निकोलाई शर्मा, ऋषि आनंद, ओसामा खुर्शीद, पवन कुमार, पिंटू कुमार, अजीत कुमार, गौतम आनंद, और कुमार रूपेश ने किया।
अग्निपथ योजना और बेरोजगारी के खिलाफ बिहार के प्रमुख छात्र संगठनों ने संयुक्त छात्र-युवा मोर्चा का गठन किया है। मोर्चा ने सरकार के समक्ष निम्नलिखित मांगो को रखा है।
1. अग्निपथ योजना को तत्काल प्रभाव से पूर्ण रूप से वापस लेना एवं पुरानी भर्ती योजना को पुनः बहाल करना।
2. छात्रों को रिहा करना और उनके खिलाफ दर्ज मामलों को वापस लेना।
3. सशस्त्र बलों, और केंद्र और राज्य स्तर पर विभिन्न सरकारी विभागों में सभी स्वीकृत पदों को भरना।
संयुक्त छात्र-युवा मोर्चा कुछ ही दिनों में आगे की कार्रवाई की घोषणा करेगा।
– ऋषि आनंद