4 सितंबर। मध्य प्रदेश में लहसुन की कीमतों को लेकर लहसुन उगानेवाले किसान परेशान हैं। उन्हें मंडी में वाहन के भाड़े के पैसे भी नहीं मिल पा रहे हैं। लहसुन की कीमत 1 रुपये से भी कम चली गई है। इस कारण किसान अब अपनी फसल को खुद किसी तरह से नष्ट कर रहे हैं। इस बीच धार में किसानों ने आंदोलन का रास्ता अपना लिया है। शनिवार को धार में किसानों ने कांग्रेस नेताओं के साथ महू-नीमच मार्ग पर प्रदर्शन कर नारेबाजी की और सरकार विरोधी नारे लगाए।
किसानों के प्रदर्शन के दौरान सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी को गई। दरअसल किसानों को लहसुन और प्याज के दाम इतने कम मिल रहे हैं कि उपज की लागत भी नहीं निकल पा रही है। इस कारण किसानों को नुकसान झेलना पड़ रहा है। इससे पहले कुछ किसानों ने गुस्से में फसल नदी में फेंक दी थी।
कुछ दिन पहले ही धार से एक वीडियो सामने आया था। वीडियो धार के बदनावर तहसील के ग्राम नागदा का था। इसमें एक किसान ने अपनी लहसुन की फसल का दाम सही नहीं मिलने पर लहसुन की बोरियां चामला नदी में फेंक दी थीं और अपनी पीड़ा जाहिर कर सरकार से अपील भी की थी, कि किसानों को बचा लो।