16 सितंबर। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में सफाई मजदूर एकता मंच ने बीते गुरुवार को पत्थर गिरिजाघर धरना स्थल पर सफाई मजदूरों की विभिन्न समस्याओं को लेकर प्रदर्शन किया। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सफाई मजदूर एकता मंच के अध्यक्ष राम सिया ने कहा, कि नगर निगम में स्वास्थ्य विभाग में सफाई के काम में लगे सफाई कर्मचारियों, ड्राइवरों, घर घर जाकर कूड़ा उठानेवाले कर्मचारियों का हर तरह से उत्पीड़न किया जा रहा है। उनका कहना है, कि जहाँ एक तरफ दुनिया के तमाम देशों में सफाई का काम समाज के स्वास्थ्य के लिए सबसे जरूरी और नियमित चलनेवाला काम है, उसके लिए दुनिया के तमाम देश सफाई के काम में लगे कर्मचारियों को उच्च पदों के अधिकारियों जैसा वेतन और सुविधाएं देते हैं, लेकिन भारत में सफाई के काम में लगे कर्मचारियों की सबसे खराब स्थिति है।
इतना ही नहीं, सफाई कर्मचारियों को न्यूनतम वेतन से भी से बहुत कम वेतन में काम करना पड़ता है। यूनियन का आरोप है, कि बड़ी संख्या में कर्मचारी ठेका और आउटसोर्सिंग के रूप में कार्यरत हैं, और उन्हें सामाजिक सुरक्षा फण्ड, बीमा, ईएसआई साप्ताहिक अवकाश, लम्बे जूते, मास्क, दस्ताने कुछ भी नहीं मिलता है। सफाई मजदूर एकता मंच के महामंत्री संतोष ने कहा कि पूरे देश में स्वच्छता पर जोर है, और प्रयागराज में भी स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। बावजूद इसके स्वच्छता के आँकड़ों में उत्तर प्रदेश के जिले बहुत पीछे दिखाई देते हैं। स्वच्छता में प्रयागराज नंबर वन हो सके इसके लिए जरूरी है कि स्वच्छता कार्य में लगे कर्मचारियों की समस्याओं को तत्काल हल किया जाए ताकि स्वच्छ भारत स्वस्थ भारत की लड़ाई में हम अपना योगदान दे सकें।
(‘वर्कर्स यूनिटी’ से साभार)