1 अक्टूबर। भारत जोड़ो यात्रा शनिवार को गुंडलुपेट, चामराजनगर से शुरू हुई और इसका थांडवपुरा, मैसूर में रात्रि पड़ाव हुआ।
कर्नाटक जनांदोलनों की जमीन रही है। शनिवार को दलित चिंतक डीआर नागराज की वैचारिक विरासत को आगे बढ़ाने वाली “दलित संघर्ष समिति” ने देवनूरु महादेव के नेतृत्व में भारत जोड़ो यात्रा को समर्थन दिया। दलित संघर्ष समिति ने गांधी और आम्बेडकर की विचारधारा का न केवल बौद्धिक रूप से मेल किया है बल्कि यह जमीनी स्तर पर भी आंदोलन चला रही है। जय गाँधी और जय भीम, जय जवाहर – जय भीम, जय बिस्मिल और जय भीम, जय फुले और जय भीम के नारों के साथ दलित संघर्ष समिति ने भारत जोड़ो यात्रा को समर्थन दिया। इस तरह से विविध जन आंदोलनों की भागीदारी से भारत जोड़ो यात्रा का वैचारिक फलक विस्तृत हुआ है। इससे राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन की सतरंगी विचारधाराओं को आगे बढ़ाने की संभावनाएं विकसित हुई हैं।
इसी के साथ किसान संगठन “कर्नाटक राज्य रैयत संघ” के प्रदेश अध्यक्ष चामरासा माली पाटिल ने यात्रा का समर्थन किया। 500 किलोमीटर की यात्रा संपन्न कर चुके योगेंद्र यादव, दीपक लांबा, कमलेंद्र प्रताप, पंकज पुष्कर, बीरेंद्र बागोड़िया को हल देकर सम्मानित किया गया। कर्नाटक राज्य रैय्यत संघ के साथियों ने कहा कि खेती-किसानी और देश को बचाने के लिए भारत जोड़ो यात्रा एक आवश्यक कदम है।
Discover more from समता मार्ग
Subscribe to get the latest posts sent to your email.
















