24 अक्टूबर। दिवाली के पावन अवसर पर एक अद्भुत नजारा दिखाई दिया, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में मुस्लिम महिलाओं ने भगवान श्रीराम की आरती उतारकर सांप्रदायिक सौहार्द की अनूठी मिसाल पेश की है। मुस्लिम महिलाओं के इस कदम से गंगा-जमुनी तहजीब और बुलंद हुई है। आरती के बाद मुस्लिम महिलाओं ने दिवाली की खुशियां एक दूसरे के साथ साझा कीं। इस मौके पर हनुमान चालीसा फेम नाजनीन अंसारी ने पत्रिका के हवाले से बताया, कि हमें हमारे पूर्वजों और परंपराओं से कोई भी अलग नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि आज दिवाली पर मिट्टी के दीये से प्रभु श्रीराम की आरती की है, और राम-नाम के इस दीये के माध्यम से हिंसा-नफरत के अंधकार को दूर करने के लिए दुनिया को संदेश दिया गया है।
खबरों के मुताबिक, विशाल भारत संस्थान एवं मुस्लिम महिला फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में इस राम आरती का आयोजन किया गया। नाजनीन अंसारी के नेतृत्व में जुटीं हिन्दू-मुस्लिम महिलाओं ने उर्दू में रचित श्रीराम प्रार्थना एवं श्रीराम आरती का गायन किया। सजावटी थाली में मिट्टी के दीपक से प्रभु राम की आरती की गई। प्रभु श्रीराम के नाम का उदघोष हुआ, और राम-नाम के दीपक से हिंसा और नफरत के अंधकार को दूर करने का संदेश दुनिया को दिया गया।