शीला दीक्षित सरकार ने 2013-14 में विज्ञापन 33 करोड़ खर्च किए तो फर्जीवाल ने इसे मुद्दा बनाया कि अरे देखो जनता का पैसा बर्बाद हो रहा है!
फिर खुद सत्ता में आए और एक वित्त वर्ष में 526 करोड़ विज्ञापन पर खर्च कर डाला।
उसके बाद हर साल की 'कट्टर ईमानदारियों' से आप परिचित ही हैं!
— Krishna Kant (@kkjourno) October 27, 2022