17 नवम्बर। एक तरफ उत्तर प्रदेश सरकार शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने का दम भर रही है, वहीं दूसरी तरफ स्कूल संचालक दबंगई और तानाशाही रवैया अपनाकर अभिभावकों को डरा रहे हैं। कुछ इसी तरह का वाकया उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुआ है, स्कूल टीचर की हैवानियत सामने आई है। होमवर्क न करने पर टीचर ने संवेदनहीनता की हद पार करते हुए तीसरी क्लास के दलित छात्र की जमकर पिटाई कर दी। बच्चे के बाल तक उखाड़ दिए। दिल दहला देने वाला ये मामला कानपुर के पनकी रतनपुर स्थित पंचमुखी विद्यालय का है। बच्चे की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने होमवर्क नहीं किया था। इस बात पर टीचर को इतना गुस्सा आया कि उसने बच्चे के बाल उखाड़ दिए और उसके हाथ में रखते हुए कहा, कि घर जाकर अपने माता-पिता को दिखा देना। बच्चे से बर्बरता की शिकायत लेकर बच्चे की माँ जब स्कूल पहुँची तो स्कूल प्रबंधन ने महिला के साथ बदसलूकी की और गाली-गलौज कर धमकी भी दी।
‘मूकनायक’ की रिपोर्ट के मुताबिक, रतनपुर डूडा कॉलोनी के पंचमुखी विद्यालय प्रबंधक अरुण कटिहार पर आरोप लगाते हुए एक दलित महिला ने बताया, कि अपने बेटे के साथ शिक्षक की बेरहमी से पिटाई की शिकायत लेकर जब वह पनकी थाने पहुँची तो पुलिस ने सुनवाई करने की बजाय पल्ला झाड़ लिया। पीड़ित बच्चे की मां ने बताया, कि विद्यालय प्रबंधन लगातार धमकी दे रहा है, जिससे आहत होकर पीड़िता ने पुलिस कमिश्नर को शिकायती पत्र सौंपते हुए न्याय की गुहार लगाई। वहीं आला-अफसरों ने मामले पर संज्ञान लेते हुए स्थानीय पुलिस को एससी-एसटी सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। मामले में एफआईआर दर्ज किये जाने के बाद छात्र के माता-पिता ने राहत की सांस ली है। विदित हो, कि डूडा कॉलोनी के रहनेवाले मजदूर अजय गौतम का बेटा आरव कक्षा 3 का छात्र है। शिक्षक की पिटाई के बाद वह इतना डर गया कि वह कुछ भी बोल नहीं पा रहा है।