इलाहाबाद विवि में फीस बढ़ोतरी का विरोध कर रहे छात्रों पर फायरिंग का आरोप

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22 दिसंबर। पूरब का आक्सफोर्ड कहा जाने वाला इलाहाबाद विश्वविद्यालय के परिसर में एक बार फिर हिंसा भड़क उठी है। गेट खोलने को लेकर छात्रनेता और विश्वविद्यालय के सिक्योरिटी गार्ड्स के बीच झड़प में भारी बवाल हो गया। मारपीट में छात्र नेता विवेकानंद पाठक का सिर फट गया। आरोप है, कि गार्ड्स ने लाठी-राड से पीटा और फायरिंग की जिससे कई छात्र जख्मी हुए। इसके बाद हास्टलों से जुटे सैकड़ों छात्रों ने पथराव करते हुए पलटवार किया। विदित हो, कि काफी दिनों से यहाँ के छात्र फीस बढ़ोत्तरी का विरोध और छात्रसंघ बहाली की माँग कर रहे हैं। वहीं इस विरोध के दौरान छात्रों की यहाँ के सिक्योरिटी के साथ कहासुनी हो गयी, और इस दौरान ये कहासुनी झड़प में बदल गयी। वहीं गुस्से में छात्रों ने कैंपस के सिक्योरिटी गार्ड्स को जमकर पीटा। साथ ही कैंपस में खड़े कई वाहनों में आग लगा दी गई साथ ही इस दौरान फायरिंग की भी खबरें भी सामने आईं।

वहीं इस बवाल बढ़ता देकर प्रशासन ने कैंपस में भारी संख्या में पुलिसबल तैनात कर दिया है। पुलिस और प्रशासन के अधिकारी छात्रों को समझा-बुझाकर शांत करने की कोशिश में जुटे हुए हैं। देर रात यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार ने मंगलवार को कैंपस में अवकाश की घोषणा कर दी। प्रयागराज के कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में तीन नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा ने मीडिया के हवाले से बताया, कि वीडियो फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी। वहीं काफी कोशिश के बाद हमलावर सिक्योरिटी गार्ड्स के खिलाफ मुकदमे की तहरीर देकर यूथ कांग्रेस के महासचिव और छात्र नेता विवेकानंद पाठक समेत पाँच छात्र मेडिकल कराने के लिए राजी हुए तो पुलिस जीप में उन्हें अस्पताल ले जाया गया। छात्रों ने यह चेतावनी दी, कि अगर हत्या की कोशिश का मुकदमा लिखकर गिरफ्तारी नहीं की गई तो और भी बड़ा उग्र आंदोलन किया जाएगा।

बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने इस हिंसा पर गहरा दुख व्यक्त किया। जोशी ने बयान जारी कर कहा, कि इस घटना से विश्वविद्यालय की छवि पर बुरा असर पड़ेगा। पिछले 4 माह से छात्रों का आंदोलन चल रहा है। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्रों से बातचीत तक नहीं की। अगर छात्रों से बातचीत की गई होती और उन्हें भरोसे में लिया जाता तो यह घटना नहीं होती। सिक्योरिटी गार्ड्स की ओर से फायरिंग करना बहुत ही गलत था। जोशी ने छात्रों से विश्वविद्यालय की संपत्ति की रक्षा करने तथा शांतिपूर्ण माहौल बनाए रखने की अपील भी की है। समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर विश्वविद्यालय के गार्डों द्वारा छात्रों पर फायरिंग व उन्हें लोहे की रॉड से पीटकर घायल करने की घटना की घोर निंदा की है, तथा कहा, कि भाजपा सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन के आदेश पर हुई दमनकारी कार्रवाई का समय आने पर छात्र जरूर जवाब देंगे। प्रसिद्ध शायर और राज्यसभा सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने ट्वीट कर कहा कि देश को पंडित मोतीलाल नेहरू, मदन मोहन मालवीय, डॉ शंकर दयाल शर्मा, डॉ ज़ाकिर हुसैन, फिराक़, महादेवी, वीपी सिंह, चंद्रशेखर जैसी विभूतियॉं देने वाले इलाहाबाद विश्वविद्यालय का आज का ये हाल है।

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