26 दिसंबर। झारखंड कोलियरी मजदूर यूनियन ने रांची के दरभंगा हाउस के समक्ष धरना दिया। 29 सूत्री माँगों को लेकर यूनियन ने सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस दौरान यूनियन के महासचिव फागु बेसरा ने मीडिया के हवाले से बताया कि गरीबों की जमीन ली गई है, तो उन्हें नौकरी देनी होगी। 15 जनवरी तक मजदूरों की बात नहीं सुनी गई तो पूरे राज्य में चक्का जाम किया जाएगा। मजदूरों के हक और अधिकार की बातें नही सुनीं गईं तो पूरे राज्य के कोयला मजदूर हड़ताल पर जाएंगे। उन्होंने आगे कहा, कि जब से केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी है तब से कोल इंडिया को कमजोर किया जा रहा है। लगातार मजदूर विरोधी फैसले लिये जा रहे हैं। इसके खिलाफ आज वह सीसीएल प्रबंधन को आगाह करने आए हैं।
मुख्य माँगें
# कोल मजदूरों के 11वें राष्ट्रीय वेतन समझौता को लागू करने में सीसीएल प्रबंधन के अड़ियल रवैये से हो रही देरी को दूर किया जाए।
# अयोग्य कोल मजदूरों के आश्रितों का पहले की भाँति नियोजन हो।
# समय पर पदोन्नति, अवैध कब्जा क्वार्टर को खाली किया जाए।
# बंद खदान को फिर शुरू किया जाए।
# कोल खदानों की वजह से विस्थापित हुए परिवार के सदस्यों को नियोजित किया जाए।
# भूमि का मुआवजा, पुनर्वास के तहत पक्का मकान बनाकर विस्थापितों को आवंटित किया जाए।
# कोल मजदूरों की आउटसोर्सिंग से हो रही नियुक्ति में भी 75% स्थानीय मजदूरों को नियुक्त किया जाए।
# वैकल्पिक रोजगार के तहत उत्पादन का 40% कोयला ई-ऑक्शन के तहत विस्थापितों को रोजगार देने के साथ साथ एक करोड़ तक का ठेका विस्थापितों को दिया जाए।