8 जनवरी। झारखंड सरकार की फसल सुखाड़ योजना के तहत चौपारण प्रखंड के 9137 किसानों ने खुद को पंजीकृत कराया है। हालांकि इस योजना का लाभ प्रखंड में किसी भी किसान को नहीं मिल पाया है। बछई के किसान वीरेंद्र रजक ने मीडिया के हवाले से बताया, कि इस बार फसल अच्छी नहीं होने के कारण उन लोगों को अपनी आजीविका चलाने में मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार की इस योजना का लाभ लेने के लिए केवाईसी भी करवा चुके हैं। लेकिन अब तक उन लोगों के खाते में किसी भी तरह की कोई राशि नहीं आयी है। इस कारण वे लोग खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं। वहीं विभागी अधिकारी कार्यवाही का हवाला देकर गोल-गोल घुमा रहे हैं।
विदित हो कि हेमन्त सोरेन के नेतृत्व वाली झारखंड सरकार ने फसल राहत योजना को बंद कर फसल सुखाड़ योजना शुरू की है। इस योजना के तहत अगर किसानों की फसल किसी प्राकृतिक आपदा से नष्ट हो जाती है, तो उन्हें सरकार की ओर से मुआवजा देना तय हुआ है। अगर किसानों की फसल खराब होती है, तो इस योजना के तहत उन्हें प्रति एकड़ तीन से चार हजार रुपए की सहायता राशि दी जाती है। इस प्रकार इस राशि से किसानों को अपनी अगली फसल उगाने व अपने घर को चलाने में मदद मिलती है।