13 जनवरी। जाति के आधार पर भेदभाव की खबरें आए दिन देश के अलग-अलग हिस्सों से आती रहती हैं। ऐसी ही बर्बरता की खबर उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले से आयी है। जिले के मोरी क्षेत्र में मंदिर में प्रवेश करने पर गाँव के ही एक दलित युवक की पिटाई कर दी गई। दलित युवक के शरीर पर आग से कई स्थानों पर दागने के निशान पाए गए। पीड़ित पक्ष ने मोरी थाने में शिकायत दर्ज कराई है। अमर उजाला की खबर के मुताबिक, बैनोल गाँव निवासी आयुष पुत्र अतर लाल ने मोरी थाने में तहरीर देकर पुलिस को बताया कि वह बीते नौ जनवरी को शाम करीब सात बजे गाँव के कौंवल मंदिर में दर्शन के लिए गया था। मंदिर में मौजूद कुछ लोगों ने अचानक उसपर हमला कर दिया। बाद में उसे मंदिर में बांध दिया। यहाँ गाँव के पाँच सवर्णों ने जलती लकड़ी व अंगारों से उसे रात भर पीटा। जिससे वह बेहोश हो गया।
आयुष ने मीडिया के हवाले से बताया कि 10 जनवरी सुबह जब उसे होश आया तो वह नग्नावस्था में था। उसने बताया, कि वह नग्नावस्था में ही वहाँ से भागा। पीड़ित के अनुसार, सवर्णों ने उसे मंदिर में प्रवेश करने पर पीटा। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने पाँचों आरापियों जयवीर सिंह, ईश्वर, आशीष, चैन सिंह व भग्यान सिंह पर मुकदमा दर्ज करके उनको गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इस मामले में पुलिस अधीक्षक अर्पण यदुवंशी ने मीडिया के जरिये बताया कि क्षेत्र के पाँच लोगों के खिलाफ एससी एसटी एक्ट के तहत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जाँच सीओ प्रशांत कुमार को सौंपी गई है।