29 जनवरी। उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ जिले में खिरियाबाग आंदोलन में पुलिस प्रशासन और किसानों के बीच वार्ता के बाद रविवार को तनाव बढ़ गया। किसान परिवारों का आरोप है कि पुलिस लगातार 8 गाँवों के प्रधानों को थाने पर बुलाकर बातचीत कर रही है। वहीं किसानों के विरोध के कारण प्रधान किसी भी बातचीत के लिए थाने जाने को तैयार नहीं हैं। प्रत्येक गाँव में किसानों ने प्रधान के घर का घेराव कर दिया। सभी किसान आक्रोशित होकर नारेबाजी कर रहे थे। सभी किसान परिवारों ने अपने अपने गाँव के प्रधान को ज्ञापन सौंपा है। इस ज्ञापन को यह प्रधान जिलाधिकारी को सौपेंगे।
गाँवों में बीते रविवार को प्रधानों के घर जाकर किसानों ने प्रदर्शन किया। हसनपुर गाँव में लगभग 300 घर हैं, जबकि दो हजार के करीब आबादी है। इस गाँव में केवट, यादव और दलित समुदाय के लोगों के घर हैं। इस गाँव के प्रधान कुँवर फतेह बहादुर के घर किसान पहुँचकर प्रदर्शन करने लगे। नारेबाजी करने के बाद सभी ने प्रधान को ज्ञापन सौंपा। आजमगढ़ के सगड़ी तहसील में आने वाले सभी आठ गाँव जिगना करमनपुर, हसनपुर के साथ ही जमुआ, गदनपुर हिच्छनपट्टी, मन्दूरी व बलदेव मन्दूरी, जेहरा पिपरी और कादीपुर हरिकेश गाँव के प्रधान को वहाँ के ग्रामीणों ने ज्ञापन सौंपा है।
(‘मूकनायक’ से साभार)