14 फरवरी। हरियाणा के फतेहाबाद में सरकार की नई भूमि अधिग्रहण नीति के खिलाफ मंगलवार को किसानों का गुस्सा फूट पड़ा। काफी संख्या में किसान लघु सचिवालय पहुँचे और गेट पर केंद्र व राज्य सरकार के विराेध में जोरदार नारेबाजी की। किसानों ने इस मामले में जल्द ही राष्ट्र स्तर पर एक और किसान आंदोलन छेड़ने का अल्टीमेटम भी दिया। किसान नेता जरनैल सिंह मलवाला ने मीडिया के हवाले से बताया कि सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति सरासर किसानों के खिलाफ है, और इस नीति से किसानों की जमीन को एक तरह से जबरदस्ती हथियाया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण नीति के नए प्रावधान में किसान को जमीन के कलेक्टर रेट का दोगुना व कोर्ट न जाने की बात कही गई है। यह सरासर किसानों के साथ अन्याय है। किसानों को चार गुना रेट दिए जाने चाहिए, लेकिन सरकार उन्हें मार्केट वैल्यू भी नहीं दे रही। उन्होंने आगे कहा कि अगर किसी किसान की जमीन का अधिग्रहण होता है, तो उसे इतना मुआवजा तो मिलना चाहिए कि वह दूसरी जगह जाकर पुनर्वास कर सके। उन्होंने कहा कि सरकार के खिलाफ जल्द ही एक और आंदोलन का किसान बिगुल बजाएंगे। उन्होंने बताया कि 18 फरवरी को राष्ट्रीय स्तर पर केएमपी पर चल रहे धरने में मीटिंग होगी, जबकि 19 को कन्वेंशन कर इस पर रणनीति बनाई जाएगी।