कानपुर में बुलडोजर एक्शन के दौरान लगी आग, जिंदा जलीं माँ-बेटी

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14 फरवरी। उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में योगी सरकार के बुलडोजर एक्शन के दौरान एक झोंपड़ी में फंसी माँ और बेटी की जलकर मौत हो गई। यह द्रवित करने वाला हादसा कानपुर देहात के रूरा थाने की सीमा के अंदर आने वाले मडौली गाँव में अतिक्रमण विरोधी अभियान के दौरान हुआ। प्रशासन की अतिक्रमण हटाओ टीम ने झोंपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया। इसके बाद झोंपड़ी में आग लग गई जिससे गाँव की 44 वर्षीय प्रमिला दीक्षित और उनकी 19 वर्षीय बेटी नेहा दीक्षित दोनों की जलकर मौत हो गई। ग्रामीणों ने अतिक्रमण हटाने गई टीम के विरोध में जमकर हंगामा किया। वहीं इस मामले में एसडीएम मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, एसओ रूरा दिनेश कुमार गौतम, लेखपाल अशोक सिंह सहित करीब 24 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। इस मामले को लेकर प्रदेश का समूचा विपक्ष योगी सरकार पर हमलावर हो गया है।

उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने योगी सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि प्रदेश में एक परिवार अपने आप को आग लगाकर जलाता रहा, और अधिकारी मूक बनकर मानवीय संवेदनाओं को तार-तार करते रहे। कांग्रेस ने इस घटना की न्यायिक जाँच कराने तथा दोषी लोगों पर तत्काल कार्रवाई की माँग की है। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि सत्ता के अहंकार की अग्नि ने एक परिवार को भस्म कर दिया। कानपुर नगर या कानपुर देहात ही नहीं पूरा यूपी भाजपा सरकार के अन्याय का शिकार हो रहा है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर रावण ने ट्वीट कर कहा, कि प्रधानमंत्री जी! आवास झोंपड़ी में था। मुख्यमंत्री जी! माफिया नहीं, गरीब की झोंपड़ी पर बुलडोजर चला है। सरेआम शासन, माँ -बहनों को जिंदा जला रहा है! यह प्रधानमंत्री आवास योजना का सच है, कि आज भी लोग झोंपड़ी में रह रहे हैं, और यूपी सरकार की कातिलाना शासन व्यवस्था के शिकार हो रहे हैं।

वहीं इस मामले पर स्वराज इंडिया के संस्थापक योगेन्द्र यादव ने ट्वीट करते हुए कहा कि कानपुर देहात की घटना दिल दहला देने वाली है। सरकार की बुलडोजर नीति गरीबों के लिए अभिशाप है। जनतंत्र में पूरा का पूरा तंत्र जनता के ही खिलाफ खड़ा हो गया है। यह बहुत दुखद है। आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने ट्वीट कर कहा कि जातीय विद्वेष से ग्रसित योगी सरकार का बुलडोजर, मौत का बुलडोजर बन गया है। कानपुर देहात की घटना में दोषियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज हो। परिवार को 1 करोड़ का मुआवजा और बेटे को सरकारी नौकरी दी जाए। वहीं उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके और दूसरे उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मीडिया के हवाले से कहा कि सरकार इस मामले में पूरी तरह से गंभीर और सख्त है। इस हादसे से जुड़े किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा है, कि इस मामले में लगातार कार्रवाई जारी है। सरकार पीड़ितों के साथ किसी भी तरह का अन्याय नहीं होने देगी।


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