26 फरवरी। महाराष्ट्र में हेट स्पीच की बढ़ती घटनाओं पर कड़ी कार्रवाई की माँग वाली एक ऑनलाइन याचिका जोर पकड़ रही है। सिटीजन्स फॉर जस्टिस एंड पीस(सीजेपी) द्वारा शुरू की गई याचिका पर शायर और पटकथा लेखक जावेद अख्तर, राज्यसभा सांसद और पत्रकार कुमार केतकर, अभिनेत्री रत्ना पाठक शाह, वरिष्ठ कार्यकर्ता और लेखक तुषार गांधी, लेखक और रंगकर्मी चित्रा पालेकर, बिशप ऑल्विन डी’सिल्वा, पुजारी और एक्टिविस्ट फादर फ्रेजर मैस्करेनहास, शिक्षाविद् और पत्रकार तीस्ता सीतलवाड़, पत्रकार और एक्टिविस्ट जावेद आनंद, वरिष्ठ पत्रकार और एक्टिविस्ट गीता सेशु और कई अन्य नामचीन हस्तियों ने हस्ताक्षर किए हैं। याचिका में पूरे राज्य में आयोजित की जा रही व्यवस्थित हेट स्पीच वाली रैलियों की ओर इशारा किया गया है।
याचिका में कहा गया है कि कुछ राजनीतिक रूप से जुड़े हुए संगठित समूह, कई जिलों में इस तरह के आयोजनों के एक व्यवस्थित संगठन में शामिल हैं, रैलियां करते हैं, और अतीत में नफरत फैलाने वाले वक्ताओं को आमंत्रित करते हैं। याचिका में आगे कहा गया है, वक्ताओं में से कई पुराने अपराधी हैं जो अपने पुराने भाषणों को नए रूप में पेश करते हैं। हिंदू राष्ट्र(एक धारणा जोकि स्वयं मूल रूप से संविधान विरोधी है) की दृष्टि से तीखे उपदेश दे रहे हैं, इतिहास को और कलंकित करने के लिए तथ्यों को विकृत और हेरफेर कर रहे हैं। इनका लक्ष्य मुस्लिम समुदाय के खिलाफ हिंसा भड़काना है, लेकिन हाल के दिनों में ईसाइयों को भी नहीं बख्शा गया है। सीजेपी यकीनन सबसे सुसंगत और लगातार अभियान चला रहा है, जो नफरत फैलाने वालों को रोकने और उन पर मुकदमा चलाने के लिए कानून प्रवर्तन अधिकारियों को लगातार याचिका दे रहा है।
हस्ताक्षरकर्ताओं की माँग
1) पिछले घृणित अपराधी संगठनों और व्यक्तियों द्वारा ऐसी कोई भी घटना कानून के तहत निषिद्ध हो।
2) दिसंबर 2022 से जो घटनाएं हुई हैं, और भड़काऊ व अराजक भाषण दिए गए हैं, उनकी उच्चस्तरीय निष्पक्ष जाँच और तेजी से अभियोजन हो।
3) महाराष्ट्र के आम नागरिक अपने चुने हुए प्रतिनिधियों, विधायकों और सांसदों से संपर्क करके भारतीय संविधान के तहत उनके द्वारा ली गई शपथ का सम्मान करने की अपील करें।
(‘सबरंग इंडिया’ से साभार)
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