29 मार्च। इस साल सितंबर में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन से पहले राष्ट्रीय राजधानी में नगर निगम के एनफोर्समेंट सेल द्वारा फुटपाथ विक्रेताओं को उनके कार्यस्थलों से जबरन बेदखल किया जा रहा है। इसके खिलाफ दिल्ली नगर निगम(उत्तर) के सामने एक विरोध प्रदर्शन किया गया। राजधानी दिल्ली के उत्तरी इलाकों जैसे जीटीबी नगर, विश्वविद्यालय और विजय नगर आदि से बड़ी संख्या में फुटपाथ विक्रेता विरोध प्रदर्शन के लिए एकत्र हुए थे। हालांकि दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने इस प्रदर्शन को तुरंत हटा दिया, और कहा कि जिला आयुक्त ने विरोध के लिए अनुमति को रिजेक्ट कर दिया था।
विरोध प्रदर्शन का आयोजन सेंटर ऑफ इंडियन ट्रेड यूनियंस(सीटू) की दिल्ली प्रदेश ‘रेहड़ी पटरी खोमचा हॉकर्स’ यूनिट ने किया था। हालांकि यूनियन की ओर से फेरीवालों की प्रमुख माँगों को लेकर एक ज्ञापन असिस्टेंट कमिश्नर को सौंपा गया। विदित हो कि प्रवर्तन अधिकारियों ने जीटीबी मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर एक और दो पर काम करने वाले कुछ लोगों को बीते 15 मार्च से अपना व्यवसाय बंद करने का निर्देश दिया था। ज्ञापन में कहा गया है कि इसी तरह का एक मामला जीटीबी नगर में हुआ था, जहाँ पिछले महीने वेंडर्स को 6 फरवरी से 28 फरवरी तक अपनी ‘रेहड़ी पटरी’ न लगाने के लिए कहा गया था।
(‘मेहनतकश’ से साभार)