25 अप्रैल। राजस्थान के जैसलमेर में क्षेत्र के लोग आगामी 5 व 6 मई को आयोजित होने वाले ‘महंगाई राहत शिविर’ एवं ‘प्रशासन गाँवों के संग शिविर’ का बहिष्कार करेंगे। ग्रामीणों के मुताबिक, गाँव की समस्या से यहाँ के स्थानीय विधायक और विभाग के अधिकारियों को कई बार अवगत करवाया जा चुका है, मगर समस्या ज्यों की त्यों विद्यमान है। ग्रामीणों ने आगे बताया, कि चुनाव के नजदीक आते ही यहाँ के नेता और सरकार सभी वादे पूरे करने का आश्वासन देते हैं किंतु चुनाव खत्म होते सभी वादे भूल जाते हैं।
ग्रामीणों ने आगे बताया, कि शहर से मात्र 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित काठौड़ी गाँव के लोग आजादी के बाद मीठा पानी पीने को तरस रहे हैं, यहाँ आज तक मीठा पानी नहीं आया है। इस गाँव में हजारों लोग निवास करते हैं, और 2 हजार के करीब पशुधन हैं, जो कि खारा पानी पीने को मजबूर है। उन्होंने बताया, कि वैशाखी से मीठा पानी मंगवाने पर 2 हजार रुपए प्रति टैंकर के लगते हैं, जो आम आदमी नहीं दे पाता है, इसलिए पशुधन के साथ ग्रामीणों को भी खारा पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ता है।