11 मई। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की पश्चिम बंगाल राज्य इकाई ने गुरुवार को कोलकाता में बैठक कर राज्य में किसान आंदोलन के संबंध में कई बड़े फैसले लिये। संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, आगामी 18 मई को अपराह्न 3 बजे से कोलकाता के मौलाली में एक रैली आयोजित की जाएगी, जिसमें जंतर-मंतर पर आंदोलनरत महिला पहलवानों के समर्थन में एकजुटता व्यक्त की जाएगी। एसकेएम ने केंद्र सरकार द्वारा आरोपियों को दिए जा रहे समर्थन की कड़ी निंदा की है। एसकेएम इस रैली में महिलाओं, खिलाड़ियों, कार्यकर्ताओं, नागरिकों, युवाओं और छात्रों के संगठनों को भी आमंत्रित करेगा। रैली में बृजभूषण शरण सिंह और केंद्र सरकार का पुतला दहन किया जाएगा।
एसकेएम का एक प्रतिनिधिमंडल पश्चिम बंगाल के राज्यपाल से मिलकर आरोपी को तत्काल गिरफ्तार करने की माँग को लेकर एक ज्ञापन भी सौंपेगा। संयुक्त किसान मोर्चा की प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक एसकेएम आगामी 26 से 31 मई तक लोकसभा और पश्चिम बंगाल के राज्यसभा सांसदों और राज्य के प्रमुख राजनीतिक नेताओं के निर्वाचन क्षेत्र के कार्यालयों तक रैलियों और बड़े विरोध मार्च का आयोजन करेगा। एमएसपी कानून, कर्ज राहत, किसान पेंशन, किसान हत्यारे केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा की गिरफ्तारी तथा किसानों पर दर्ज हुए झूठे मुकदमों की वापसी समेत विभिन्न माँगों को तत्काल हल करने की चेतावनी देते हुए माननीयों को ज्ञापन भी सौंपा जाएगा।
आगामी जून और जुलाई में पश्चिम बंगाल में किसानों और कृषि श्रमिकों को संगठित करने के लिए जिला और ब्लॉक स्तर पर सम्मेलन आयोजित किए जाएंगे। प्रेस विज्ञप्ति के मुताबिक, 1 से 15 अगस्त के बीच केंद्र सरकार द्वारा कॉरपोरेट्स की खातिर किसानों और श्रमिकों के हितों की बलि चढ़ाए जाने के खिलाफ श्रमिक संघों और संगठनों के समन्वय से बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे।
सितंबर से मध्य नवंबर 2023 के बीच एसकेएम के राज्य और राष्ट्रीय नेतृत्व की अध्यक्षता में राज्य के प्रत्येक जिले में विशाल जनयात्राएं आयोजित की जाएंगी। 3 अक्टूबर को लखीमपुर खीरी में मृतक किसानों की स्मृति में ‘अखिल भारतीय शहीद दिवस’ मनाया जाएगा। 26 से 28 नवंबर तक किसानों के ऐतिहासिक ‘दिल्ली चलो’ मार्च के उपलक्ष्य में कोलकाता में दिन-रात धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।