— विमल कुमार —
हनुमान – प्रभु क्या आप 15 अगस्त को अपनी सेल्फी लेकर युवा मंत्रालय की वेबसाइट पर अपलोड करेंगे?
राम – क्यों? किस बात के लिए सेल्फी?
हनुमान – आपको पता नहीं! आजादी के अमृत महोत्सव का यह समापन वर्ष है और सरकार ने इस बार सब से फिर अपील की है कि आप सेल्फी लेकर अपना फोटो तिरंगे के साथ वेबसाइट पर अपलोड करें और इस बार तो प्रभु आपको मिट्टी का एक दिया जलाकर पंच प्रण भी लेना है।
राम – हनुमान ! क्या अपने देश में देशभक्ति के नए पाठ पढ़ाए जा रहे हैं? यह नयी शोशेबाजी है। देशभक्ति तो भीतर की चीज है।
हनुमान – प्रभु ! यह शोशेबाजी नहीं है बल्कि यह तो डिजिटल देशभक्ति का स्वरूप है। आपको मालूम ही है कि आजकल हम डिजिटल इंडिया में रह रहे हैं तो हमें डिजिटल ढंग से भी देशभक्ति दिखानी होगी।
राम – क्या बकते हो। तुम फिर इंडिया का नाम ले रहे हो।इंडिया तो ईस्ट इंडिया कंपनी में जुड़ा हुआ था, इंडियन मुजाहिदीन में इंडिया जुड़ा हुआ है ।
हनुमान – अरे आप तो सत्तापक्ष की तरह हमें इंडिया का अर्थ समझा रहे हैं। मैं तो अपने भारतवर्ष यानी आर्यावर्त के बारे में आपसे बात कर रहा हूॅं।
राम – अच्छी बात है। अब मैं भी एक सेल्फी लेने की ट्रेनिंग ले रहा हूं। मेरे पास तो बढ़िया मोबाइल भी नहीं है और मुझे सेल्फी लेने की ट्रिक नहीं आती है।
हनुमान – प्रभु ! आप एक एप्पल का मोबाइल क्यों नहीं ले लेते? सेल्फी तो आपको लक्ष्मण या भरत सिखा देंगे। वह कोई बड़ी बात नहीं है। सेल्फी स्टिक भी ले लें लेकिन सबसे पहले आप मां सीता के साथ एक सेल्फी लें और बगल में तिरंगे का झंडा हाथ में ले लें और उसके बाद तस्वीर लेंगे तो उसका इफेक्ट कुछ और होगा। आपका वीडियो भी बहुत वायरल हो जाएगा और हो सकता है कि आप यूट्यूब से बुढ़ापे में कुछ कमाई भी कर सकते हैं। आपको तो पेंशन मिलती नहीं।
मैं तो कहता हूँ प्रभु आप अपना यूट्यूब चैनल खोल दीजिए। वहीं स्वर्ग से बैठे-बैठे उसे ऑपरेट कीजिए। रवीश और नेहा सिंह राठौर की तरह आपके भी लाखों फालोअर्स हो जाएंगे। देखा नहीं अजीत अंजुम के 40,00000 फालोअर्स हो गए। अगर आप यूट्यूब चैनल शुरू करेंगे तो मेरा अनुमान है कि 4 करोड़ फालोअर्स तो तत्काल हो जाएंगे। पूरी दुनिया में आपके भक्त हैं। 400 करोड़ फालोअर्स हो जाएंगे। गिनीज़ बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में आपका नाम होगा।
राम – तुम बहुत सही सलाह मुझे दे रहे हो हनुमान। मैं जल्दी ही बताता हूँ कि मेरे यूट्यूब चैनल का नाम क्या होगा?