प्रबंधन की हठधर्मिता और दमनकारी नीतियों के चलते आंदोलन की राह पर नेस्ले के मजदूर

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6 अगस्त। नेस्ले इंडिया लिमिटेड पंतनगर, प्रबंधन की हठधर्मिता के कारण कंपनी में समस्त श्रमिकों द्वारा भूखे रहकर काम करते 100 दिन पूरे होने पर प्रबंधन की सद्बुद्धि हेतु दोनों यूनियनों ने यूनियन ध्वज स्थल के निकट 3 अगस्त को प्रबंधन के लिए शुद्धि बुद्धि यज्ञ किया। प्रबंधन के पास विगत 11 माह से मजदूरों का माँगपत्र लंबित है। विदित हो कि नेस्ले पंतनगर इकाई की दोनों यूनियनों नेस्ले मजदूर संघ व नेस्ले कर्मचारी संगठन ने प्रबंधन को नए समझौते के लिए 5 सितंबर 2022 को माँगपत्र दिया था, लेकिन पंतनगर प्रबंधन के अड़ियलपन के कारण 11 महीने बीत जाने के बावजूद समझौता सम्पन्न नहीं हो रहा है और गतिरोध लगातार बना हुआ है।

यूनियन नेताओं ने मीडिया के हवाले से बताया कि नेस्ले प्रबंधन दोनों यूनियन की एकता से घबरा रहा है, और श्रमिकों का उत्पीड़न बढ़ा रहा है, झूठे आरोपपत्र दे रहा है। प्रशासन व पुलिस का सहारा लेकर यूनियनों पर दबाव बनाने का प्रयास कर रहा है। श्रमिक नेताओं ने आगे कहा, कि दोनों यूनियनें सकारात्मक सोच के साथ शांतिपूर्ण समाधान की पक्षधर हैं। लेकिन यदि प्रबंधन की हठधर्मिता और दमनकारी नीतियाँ जारी रहीं, तो उन्हें वैधानिक तौर पर बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। आज के कार्यक्रम में दोनों यूनियनों के अध्यक्ष मुकेश पांडे व धनवीर सिंह, मंत्री निर्मल पाठक व महामंत्री चंद्रमोहन लखेड़ा तथा दीपक शाह, सोहन लाल, कैलाश, राकेश रूंडला, प्रमोद रावत, दीपेश, धीरज, ओमप्रकाश गोड आदि श्रमिकों ने यज्ञ में आहुति दी और प्रबंधन को अति शीघ्र सद्बुद्धि देने की मनोकामना की।

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