किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ट्रैक्टर ने कोई तय करके नही रखा है कि दिल्ली ही जाएगा, ट्रैक्टर की जरूरत पड़ी तो बनारस भी आ जाएगा। बीजेपी जमीन लूटने वाली पार्टी है। मेधा पाटकर और योगेंद्र यादव ने गांधी विरासत पर हुए इस हमले को देश के ढाँचे पर हमला बताया।
10 अगस्त। सर्व सेवा संघ परिसर पर डबल इंजन की सरकार के अवैध कब्जे के खिलाफ वाराणसी में कचहरी के निकट शास्त्री घाट पर गांधीजनों ने विशाल जनसभा का आयोजन किया। सभा में भारी तादाद में महिलाओं ने शिरकत की।
इस सभा को जन प्रतिरोध सभा का नाम दिया गया था और जन प्रतिरोध सम्मेलन के दूसरे दिन हुई। सभा में सुबह से ही देश भर से आए गाँधीजन जुटने लगे थे। इनमें से बहुसंख्यक गाँधीजन आपातकाल में जेल गए हुए लोकतंत्र सेनानी हैं। लोगों ने कहा कि वो कांग्रेस की सरकार थी। इंदिरा गांधी को तानाशाह नेता कहा जाता था लेकिन उस समय भी अभिव्यक्ति की आजादी पर ऐसे पहरे नहीं थे।
जनांदोलनों से जुड़े बहुत से नामचीन चेहरे बुधवार को शास्त्री घाट पर कमर कसके लड़ाई की अगुवाई के लिए दिखे। यूपी के भी कई जिलों से सामाजिक कार्यकर्ता बनारस में हुई इस सभा मे पहुॅंचे।
अगस्त क्रांति 1942 की पवित्र स्मृति में आयोजित इस सभा में हजारों लोगों ने पूंजीपतियों के इशारे पर चल रही नरेंद्र मोदी की बीजेपी सरकार के खिलाफ नई आजादी की लड़ाई लड़ने को और नया देश निर्माण करने का संकल्प लिया।
उल्लेखनीय है कि महिलाओं की संख्या पुरुषों की संख्या से ज्यादा रही। सुबह 11 बजे से शुरू हुई सभा देर शाम तक चली।
ज्ञातव्य है सर्व सेवा संघ वाराणसी परिसर राष्ट्रीय स्तर की संस्था है। महात्मा गांधी की हत्या के बाद बनी ये संस्था लोकसत्ता और लोकनीति निर्माण के लिए काम करती है। देश भर में सर्व सेवा संघ के आश्रम प्रगतिशील, अहिंसक, लोकतांत्रिक, शांतिपूर्ण गतिविधियों और साहित्य रचना के साथ-साथ जनता के बीच गांधी विचार के कार्यक्रम और प्रशिक्षण के काम में लगे हुए हैं।
बनारस में राजघाट स्थित परिसर में सर्वोदय प्रकाशन है। इस प्रकाशन से लगातार मनीषियों के विचार और साहित्य प्रकाशित होता है। रेलवे स्टेशनों पर सर्वोदय स्टॉल पर पाई जाने वाली किताबें यहीं से प्रकाशित होकर जाती हैं।
किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रथम राष्ट्रपति राजेन्द्र बाबू, प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू, संत विनोबा भावे, बाबू जगजीवन राम, जयप्रकाश नारायण, लालबहादुर शास्त्री की कोशिशों से बना हुआ यह संस्थान धरोहर है। ये लोग जो आज कुर्सी पर हैं ये धरोहर विरासत शब्द का मतलब नहीं जानते। ये खुद को हिन्दू बोलते हैं लेकिन ये हिन्दू शब्द का भी मतलब नहीं जानते। हम इस देश में असली हिन्दू हैं। अब ये साफ बोलना होगा कि नागपुरी हिन्दू अलग है और देश का हिन्दू अलग है। आने वाली सर्दियों में सड़क को गर्म करना होगा। हमारे ट्रैक्टर सिर्फ दिल्ली की ओर जाएंगे ऐसा कोई तय थोड़े न है। जरूरत पड़ी तो ट्रैक्टर बनारस की ओर मोड़ लाएंगे।
वरिष्ठ गांधीवादी कुमार प्रशांत ने कहा कि आज गंगा के किनारे हम सब लोग देश की अलग अलग जगह से यहां आए हैं। इतने लोगों की उपस्थिति इस बात को दर्शाती है कि बनारस में कितनी गलती कर रही है सरकार।
दिल्ली के पूर्व विधायक पंकज पुष्कर ने कहा कि ये हमला एक बड़ा सबक है कि हमें अब गांधी, अंबेडकर, जेपी, लोहिया की विरासत को बचाना होगा। भारत जोड़ो अभियान के प्रतिनिधि के रूप में मैं विश्वास दिलाता हूँ कि हमलोग इस निज़ाम से लड़ेंगे।
रंजू सिंह ने कहा कोई भी आंदोलन महिलाओं के बिना अधूरा है। आज की सभा मे जुटी महिलाओं की संख्या भविष्य का हिन्दोस्तान कैसा होगा बतला रही है।
स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने कहा, आज की सभा इतनी महिलाएं आई हैं ये बड़ी बात है। यहां अलग अलग संघर्ष के नेता हैं। पिछले दो दिन से इस देश की संसद में अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो रही है। अविश्वास प्रस्ताव मणिपुर की घटना की वजह से लाया गया। प्रधानमंत्री इस पर एक शब्द नहीं बोले। संसद बहुत बड़ी है पर संसद से बड़ी सड़क है। आपके शहर बनारस में गांधी की विरासत सर्व सेवा संघ 70 साल से मौजूद है। आज 70 साल के बाद सरकार कहती है तुमने कब्जा कर रखा है तुम गैरकानूनी हो। सवाल जमीन का नहीं, गांधी की विरासत का है।
मेधा पाटकर ने कहा कि आज गांधी के सत्याग्रह की सबसे ज्यादा जरूरत है, आरएसएस और मोदी इसी से डर रहे हैं। आज देश भर में जो आवाज उठ रही है वो गांधी को मानने वालों की है। सर्व सेवा संघ की जमीन को कब्जा करने वाले पूरे देश में एयरपोर्ट, फ्लाईओवर के नाम पर कब्जा करने वाले लोग हैं। ये मजदूर किसान पर हमला है। इसके खिलाफ लड़ाई आज बनारस में है। अगर गंगा को बचाना चाहते हैं तो सर्व सेवा संघ को बचाना होगा। आज मोदीजी जब भी बाहर जाते हैं तो गांधी का नाम लेते हैं पर बनारस में उनका संस्थान बंद करते हैं। मैंने रेलवे और उच्च अधिकारियों से बात की, पर उन्होंने कहा ये हमारे स्तर की बात नहीं, ये ऊपर से चल रहा है। हमें ये मंजूर नहीं।
रामधीरज भाई ने कहा, बनारस में बीजेपी जमीन अधिग्रहण नहीं कर रही है बल्कि जमीन लूट रही है। रामनगर में फ्रेट विलेज के नाम और विश्वनाथ गली में विश्वनाथ कारिडोर के नाम पर और बैरवन मोहन सराय में गांव के किसानों को बर्बर तरीके से मारपीट कर जमीन जबरन अधिग्रहण किया जा रहा है। विश्वनाथ कारिडोर के नाम पर विश्वनाथ गली क्षेत्र की जमीन हथियाई गयी। राजघाट में भी यही हो रहा है। इन सबके पीछे असल मामला जमीन हथियाना है और अपने पूंजीपति मित्रों को गिफ्ट देना है।
सभा में प्रेरणा कला मंच की रंगकर्मी टीम ने जनवादी गीत गाए।
सभा में प्रमुख रूप से मेधा पाटेकर, किसान नेता राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, अरुंधति धुरु, फैसल, अफलातून भाई, सर्व सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्दन पाल, समाजवादी नेता डॉ सुनीलम, प्रो आनंद कुमार, आशा बोथरा, फिरोज मिठिबोरवाला, पूर्व विधायक पंकज पुष्कर, गांधीवादी चिंतक कुमार प्रशांत, प्रदीप खेलोलकर, जागृति राही, विनयशंकर राय मुन्ना, रंजू सिंह, विनोद रंजन, रमेश ओझा, नंदलाल मास्टर, अविनाश काकड़े, सुगन बरन, शंकर राणा, सतीश सिंह, संजीव सिंह, एकता, वल्लभाचार्य पांडेय, गुड्डी, मुकेश झँझरवाला, सतीश चौहान, हरिशंकर यादव, डॉ संत प्रकाश, प्रजानाथ शर्मा, राजेश सचान, गोविंद मिश्रा, सलमान, रमेश ओझा, योगिराज पटेल, उषा पटेल, प्रो महेश विक्रम सिंह, शुभा, प्रेम, फादर आनंद, लाल बहादुर राय , फादर प्रवीण, रामधीरज, राजीव, सुरेश राठौड़, महेंद्र राठौड़, अमित राजभर, डॉ इंदु पांडे, अरविंद अंजुम, शेख हुसैन, इस्लाम भाई, अशोक शरण, रणधीर, अरविंद मूर्ति, अबु हाशिम, जितेंद्र, विनोद, धनंजय त्रिपाठी, गुड़िया, सविता, अमित, रेणु, अनिता, रामजनम, नीति, मैत्री, अदिति, नीरज, डॉ अनूप श्रमिक, मनीष शर्मा आदि मौजूद रहे।
– नंदलाल मास्टर