15 अक्टूबर को दिल्ली में होगी एसकेएम की आमसभा, पत्रकार मलविंदर सिंह माली की गिरफ्तारी की निंदा, ट्रेड यूनियनों के द्वारा 23 सितंबर को काला दिवस मनाने के आह्वान का समर्थन
चंडीगढ़। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) की राष्ट्रीय समन्वय समिति की बैठक आज चंडीगढ़ में किसान भवन में हुई। बैठक में अन्य मांगों के साथ, केंद्र सरकार से गारंटीशुदा खरीद के साथ एमएसपी@सी2+50% लागू करने, किसानों और खेत मजदूरों के लिए सर्वसमावेशी ऋण माफी, बिजली क्षेत्र के निजीकरण की मुहिम को बंद करने, फसल बीमा योजना को पूरी तरह से नया रूप देने, गरीब और मध्यम किसानों और खेत मजदूरों के लिए पर्याप्त पेंशन शुरू करने जैसी मांगों पर चर्चा की गई। बैठक में 15 अक्टूबर 2024 को नई दिल्ली में एसकेएम की आम सभा की बैठक बुलाने का निर्णय लिया गया, जिसमें पूरे भारत में किसानों की मांगों पर संघर्ष को तेज करने की घोषणा की जाएगी।
बैठक में मोदी सरकार द्वारा कृषि अनुसंधान, उत्पादन और विपणन को बढ़ावा देने के नाम पर घोषित डिजिटल कृषि मिशन की निंदा की गई। इस मिशन का मुख्य उद्देश्य बड़े कृषि व्यापारियों को मदद पहुंचना है, ताकि कृषि क्षेत्र का कारपोरेटीकरण किया जा सके और यह किसानों के हितों के विरुद्ध है। संयुक्त किसान मोर्चा खाद, बीज और कीटनाशकों की कमी और कालाबाजारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग करता है।
संयुक्त किसान मोर्चा ने हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, महाराष्ट्र और झारखंड की आम जनता से विधानसभा चुनावों में भाजपा को बेनकाब करने, उसका विरोध करने और उसे दंडित करने का आह्वान किया है। एसकेएम ने हरियाणा की जनता से भाजपा के नेतृत्व वाली राज्य सरकार को हटाने की अपील की है, ताकि तीन कृषि कानूनों के खिलाफ ऐतिहासिक किसान संघर्ष के 736 शहीदों के लिए एक उपयुक्त स्मारक का निर्माण सुनिश्चित किया जा सके। साल भर चले इस संघर्ष में किसानों ने विजय प्राप्त की थी।
संयुक्त किसान मोर्चा ने चार श्रम संहिताओं के क्रियान्वयन, सार्वजनिक क्षेत्र के निजीकरण, रोजगार के ठेकाकरण और भर्ती नीति पर प्रतिबंध के खिलाफ 23 सितंबर 2024 को काला दिवस मनाने के केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान का समर्थन किया है।
एसकेएम 28 सितंबर 2024 को शहीद भगत सिंह की जयंती को पूरे देश में कॉर्पोरेट विरोधी दिवस के रूप में मनाएगा। 3 अक्टूबर 2024 को लखीमपुर खीरी हत्याकांड के शहीदों को श्रद्धांजलि देने के लिए देशभर में किसान दिवस मनाया जाएगा।
एसकेएम की बैठक में सरकार की आलोचना करने पर पटियाला में पत्रकार मलविंदर सिंह माली की गिरफ्तारी की निंदा की गई और उनकी रिहाई की मांग की गई।
जोगिंदर सिंह उग्राहन, पुरुषोत्तम शर्मा, सत्यवान, रमिंदर सिंह पटियाला और सुनीलम की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गई, जिसमें 34 सदस्यों ने भाग लिया।