फसल : गेहूं
समय अवधि : 15 दिन (1-15 अप्रैल 2021)
16 अप्रैल। जय किसान आंदोलन ने एमएसपी के पैमाने पर किसानों को होनेवाले नुकसान का खुलासा जारी रखा है। ताजा खुलासा बताता है कि सिर्फ एक फसल में सिर्फ पंद्रह दिनों में किसान को 248 करोड़ की चपत लगी। सरकार ने गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य यानी एमएसपी ₹1975 निर्धारित किया था। लेकिन देश की सभी मंडियों में किसान को औसतन ₹1878 ही मिल पाए। यानी कि किसान को प्रति क्विंटल सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम से भी कम बेचने के कारण ₹97 का घाटा सहना पड़ा। 1 अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच किसान को गेहूं एमएसपी से नीचे बेचने की वजह से 248 करोड़ रुपए का घाटा हुआ।
गेहूं उत्पादन वाले मुख्य प्रदेशों में मध्यप्रदेश के किसान की स्थिति सबसे बुरी थी, मध्यप्रदेश के गेहूं उत्पादक किसान को पिछले 15 दिन में 45 करोड़ रुपए से ज्यादा की लूट हुई। जबकि राजस्थान और उत्तर प्रदेश के किसान की ₹34 करोड़ और ₹23 करोड़ की लूट हुई। (पूरी सूचना संलग्न तालिका में है)
#MSPLootCalculator
स्रोत: AGMARKNET