12 जुलाई। वाराणसी में सर्व सेवा संघ के प्रतिनिधिमंडल ने कल शहर दक्षिणी के विधायक श्री नीलकंठ तिवारी से मिलकर ज्ञापन दिया और उनसे निवेदन किया कि बनारस की विरासत को बचाने के लिए वह विधानसभा में प्रश्न उठाएं और सरकार से बात भी करें। यह प्रतिनिधिमंडल सभासद राजघाट श्रीमती सोनकर और कोनिया के सभासद अमरदेव यादव से भी मिला और निवेदन किया कि आप सरकार को पत्र लिखकर इस राष्ट्रीय धरोहर को बचाने का प्रयास करें।
कार्यक्रम संयोजक रामधीरज ने बताया कि 13 जुलाई को सर्व सेवा संघ का एक प्रतिनिधिमंडल लखनऊ जाकर उत्तर रेलवे के मंडल रेल प्रबंधक से मिलेगा और उन्हें 1960, 1961 एवं 1970 में रेलवे द्वारा सर्व सेवा संघ के पक्ष में की गई रजिस्ट्री के दस्तावेज सौंपेगा।
गाजीपुर से आए जेपी आंदोलन के सिपाही और लोकतंत्र सेनानी ओमप्रकाश अरुण ने कहा कि यह सरकार पागल हो गई है। जो गांधी, विनोबा और जेपी की विरासत को मिटाने की कोशिश करेगा, वह खुद ही मिट जाएगा। आज नहीं तो कल। उन्होंने सभी लोकतंत्र सेनानियों से बनारस पहुंचकर इस आंदोलन में शामिल होने की अपील की।
मध्यप्रदेश एकता परिषद के संतोष सिंह ने कहा कि सरकार गांधी संस्थाओं को मिटाने की कोशिश कर रही है, यह उनका दिवास्वप्न है। एकता परिषद के हजारों नहीं, लाखों कार्यकर्ता बनारस आएंगे और यही बैठेंगे।
बोधगया आंदोलन के नेता और बिहार लोक समिति के मुखिया कौशल गणेश आजाद ने कहा कि जैसे हमने बोधगया आंदोलन की लड़ाई लड़ी वैसे ही हम गांधी-जेपी की विरासत बचाने की लड़ाई भी लड़ेंगे। हम एक इंच भी पीछे नहीं हटेंगे।
उत्तर प्रदेश सर्वोदय मंडल के महामंत्री और किसान नेता राजेंद्र मिश्रा ने कहा कि जो सरकार किसानों और गरीबों की नहीं हुई उसे सत्ता से हटाना ही सबका लक्ष्य होना चाहिए। यह केवल गांधी के ही हत्यारे नहीं हैं, यह किसानों के भी हत्यारे हैं।
पूर्वांचल बहुजन मोर्चा के युवा नेता अनूप श्रमिक ने कहा कि पूर्वांचल का दलित पिछड़ा वर्ग भी इस आंदोलन में आपके साथ है। राजनीतिक दलों के सभी लोग भी आपके साथ आ रहे हैं।
सभा में प्रयागराज से सत्येंद्र सिंह, पटना से एकता परिषद की मिथिलेश बहन, गया से विष्णुधारी भाई, प्रेम प्रकाश पांडे, संजय सिंह, अनूप आचार्य, सुशील सिंह आदि लोगों ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
सभा की अध्यक्षता लोकतंत्र सेनानी ओमप्रकाश अरुण ने की और संचालन सत्येंद्र सिंह ने किया ।
बाहर से आए हुए कार्यकर्ताओं और विभिन्न संगठनों के लोगों का स्वागत और धन्यवाद ज्ञापन जागृति राही ने किया।