31 मई। देश को मौजूदा विपत्तियों से बचाने के लिए जनतंत्र समाज द्वारा छह-सूत्री समाधान के समर्थन में आगामी 5 जून को ‘सम्पूर्ण क्रांति दिवस’ पर लोक-संवाद का आवाहन किया गया है। लोकनायक जयप्रकाश नारायण द्वारा स्थापित जनतंत्र समाज द्वारा प्रस्तुत समाधान-पत्र में 1. केंद्र द्वारा नि:शुल्क टीकाकरण, 2. सभी श्रमजीवियों को जीवन-निर्वाह भत्ता, 3. परीक्षाएं स्थगित करने, और 4. किसानों से समझौता करने को प्रमुखता दी गयी है। जनतंत्र समाज ने गंगा समेत अनेक नदियों में लावारिस लाशों के रहस्य और प्रधानमंत्री कोष से खरीदे वेंटिलेटरों के घोटाले की न्यायिक जांच की भी मांग है।
30 मई को हुई एसआर हिरेमठ की अध्यक्षता में राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा स्वीकृत समाधान-पत्र में यह सुझाया गया है कि 1. कोरोना से हो रही अकाल मौतों से नागरिकों को बचाने के लिए केन्द्र सरकार नि:शुल्क टीकाकरण की समयबद्ध व्यवस्था करे और दवाओं की कालाबाजारी रोकी जाए। 2. देश के जन-साधारण की आजीविका पर आये संकट के समाधान के लिए रोजगार निर्माण होने तक सभी गैर-जरूरी सरकारी खर्चों को रोक कर प्रतिव्यक्ति 7,500 रु. प्रतिमाह का गुजारा भत्ता दिया जाय। इसके अलावा मनरेगा में कानून के मुताबिक न्यूनतम अनुकूल पारिश्रमिक दिया जाय। 3. आंदोलनरत किसानों के साथ समझौता किया जाय। 4. विद्यार्थियों को कोरोना से बचाने के लिए परीक्षाएं रद्द की जायं। 5. कोरोना पीड़ितों की वास्तविक तादाद को छिपाना बंद हो और उत्तर प्रदेश व बिहार समेत विभिन्न प्रदेशों की नदियों में लावारिस लाशों के रहस्य की जांच की जाए। 6. प्रधानमंत्री कोष से वेंटिलेटरों की खरीद में हुए घोटाले की न्यायिक जाँच करायी जाए। जनतंत्र समाज ने यह निर्णय किया है कि इस छह सूत्री समाधानपत्र पर लोकमत बनाने के लिए विशेषज्ञों, सहमना संगठनों और मीडिया से सभी प्रदेशों में जिला-स्तर पर सहयोग लिया जाएगा।
– रामशरण, जनतंत्र समाज, भागलपुर. 7631845101
( sabranghindi.com से साभार )