Tag: मधु लिमये
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 41वीं किस्त
अगस्त क्रांति और आजाद हिंद फौज
अब तक हमने उदारपंथियों तथा उग्रपंथियों के वैध आंदोलन, आतंकवादियों के बम पिस्तौल और महात्मा गांधी के सामुदायिक सत्याग्रह...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 40वीं किस्त
नेताजी सुभाष ने अपनी पुस्तक ‘द इण्डियन स्ट्रगल’ के संपूरक अंश में (जो 1943 में उन्होंने लिखा था) कहा है कि गांधीजी के सत्याग्रह...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 38वीं किस्त
गांधीजी के असहयोग आंदोलन से वातावरण इतना बदल गया कि पढ़े-लिखे लोग खादी की गठरियां लादकर खादी बेचने हेतु मोहल्ले-मोहल्ले, गांव-गांव घूमने लगे। इस...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये 37वीं किस्त
जब नील मजदूरों की शिकायते सुनने के लिए गांधीजी चंपारण पहुंचे तो उनको उपद्रवी तत्त्व समझकर उनके ऊपर पुलिस अधीक्षक द्वारा नोटिस जारी कर...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 35वीं किस्त
गांधी प्रणीत सत्याग्रह शास्त्र
पिछले अध्याय में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के संवैधानिक तौर-तरीकों तथा आतंकवादी क्रांतिकारियों के रास्ते की समीक्षा हमने की। अब हमें गांधीजी...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 34वीं किस्त
वर्ष 1927 के बाद पं. जवाहरलाल नेहरू, सुभाषचंद्र बोस तथा कम्युनिस्ट पार्टी के तत्वावधान में समाजवादी विचारों का व्यापक प्रसार देश मे होने लगा।...
मधु लिमये : अथाह ज्ञान की ललक
— प्रो. राजकुमार जैन —
स्वतंत्रता संग्राम के योद्धा, लोकतंत्र, समाजवाद के प्रहरी मधु लिमये की दास्तान एक लेख में बयां करना मुमकिन नहीं है।...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 33वीं किस्त
बंगाल के विभाजन के बाद समूचे देश में आतंकवादी आंदोलन का जाल फैलने लगा। लाहौर में ‘पंजाबी’ नाम के समाचार पत्र को जाप्ता फौजदारी...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 32वीं किस्त
मैकाले जैसे अंग्रेजी लेखकों और प्रशासकों ने बंगालियों की शारीरिक और मानसिक दुर्बलता के बारे में बहुत व्यंग्यात्मक तरीके से लिखते हुए उनकी खिल्ली...
स्वतंत्रता आंदोलन की विचारधारा – मधु लिमये : 31वीं किस्त
उग्र पंथ के बंगाल विभाजन विरोधी आंदोलन तथा तिलक जी के राष्ट्रीय पक्ष की देन क्या रही? उन्होंने विदेशी माल का बहिष्कार, सरकार द्वारा...